लखनऊ, 15 नवंबर: भारत के लगभग हर घरों में प्रत्येक दिन लोगों द्वारा पूजा-पाठ किया जाता है. इस दौरान श्रद्धालु अपने इष्टदेव को प्रसन्न करने के लिए फूलों और मालाओं के साथ उनका पूजन वंदन करते हैं. यही नहीं देश के लगभग हर पूज्य स्थलों पर श्रद्धालु अपने इष्टदेव को प्रसन्न करने के फुल और मालाएं लेकर जाते हैं. क्या आपको पता है मंदिर, मस्जिदों आदि पूज्य स्थलों पर चढ़ाए गए इन फूल और मालाओं का बाद में क्या होता है? जी हां आप सही सोच रहे हैं, दिन भर के पूजा पाठ के बाद इन फुल मालाओं को कूड़े के ढेर में डाल दिया जाता है या इन्हें नदियों में बहा दिया जाता है. जिससे कई प्रकार के प्रदूषण फैलते हैं.
देश में हर रोज बर्बाद हो रहे इन्हीं फुल और मालाओं से अब सुगंधित अगरबत्ती, धूप और इत्र बनाए जाएंगे. इसकी शुरुआत जल्द यूपी सरकार करने जा रही है. उत्तर प्रदेश के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने रविवार यानि आज गोरखपुर (Gorakhpur) में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, 'मंदिरों में लोग जो मालाएं लेकर जाते थे वो कुछ घंटों के बाद नदियों के जल में प्रवाहित कर दी जाती थी या कूड़े के ढेर में फेंक दी जाती थी. इससे आस्था भी आहत होती थी और कचरा भी बढ़ता था. अब इनसे अगरबत्ती, धूप और इत्र बनाने का काम कर सकते हैं.'
#WATCH मंदिरों में लोग जो मालाएं लेकर जाते थे वो कुछ घंटों के बाद नदियों के जल में प्रवाहित कर दी जाती थीं या कूड़े के ढेर में फेंक दी जाती थीं। इससे आस्था भी आहत होती थी और कचरा भी बढ़ता था। अब इनसे अगरबत्ती, धूप और इत्र बनाने का काम कर सकते हैं: यूपी मुख्यमंत्री, गोरखपुर pic.twitter.com/O24xTkhNic
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 15, 2020
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उन्होंने कहा कि सीमैप महल की कोर्नात और कृषि विज्ञान केंद्र इस पर मिलकर काम कर रही है. इसके तहत मंदिरों, तीर्थस्थलों, शादी व्याह, खेतो आदि में सुख रहे या खराब हो रहे इन फूलों से अगरबत्ती, धूप और इत्र बनाने का काम किया जाएगा.