लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिए मतगणना रविवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है. पंचायत चुनाव में मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब वोटों की गिनती जिला मुख्यालयों पर हो रही है. मतगणना के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है. UP पंचायत चुनाव में 700 से अधिक शिक्षकों ने गंवाई अपनी जान, प्रियंका गांधी ने किया दावा, सरकार पर भी बरसीं
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से सभी जिलाधिकारियों को मतगणना कराने के लिए 13 सूत्री गाइडलाइन प्रेषित करते हुए उन पर कड़ाई से अमल करने की हिदायत दी गई है. स्थानीय निकायों को स्वच्छता का खास ध्यान रखने और स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सा प्रबंध दुरस्त रखने को कहा गया है.
Counting of votes has begun for #UPPanchayatElection2021. Visuals from Prayagraj. pic.twitter.com/yv1Ej3EVMg
— ANI UP (@ANINewsUP) May 2, 2021
सुप्रीम कोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में मतगणना पर रोक लगाने से शनिवार को इनकार कर दिया था. दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण की बढ़ती तेजी को देखते हुए उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ और कर्मचारी संगठनों ने पंचायत चुनाव की मतगणना करने से मना कर दिया है. इस बाबत महासंघ की ओर से राज्य निर्वाचन आयुक्त पत्र भेजकर अल्टीमेटम दिया है कि मतगणना स्थगित की जाए, अन्यथा शिक्षक और कर्मचारी बहिष्कार करेंगे. कर्मचारियों के इस निर्णय के बाद मतगणना को लेकर संकट के बादल दिखाई देने लगे थे, लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद शिक्षक मान गए.
शिक्षक महासंघ ने आरोप लगाया कि ट्रेनिंग से लेकर पोलिंग तक राज्य निर्वाचन आयोग ने कोरोना गाइडलाइन का कहीं भी पालन नहीं कराया, जिससे हालात भयावह हो गए. महासंघ ने एक लिस्ट जारी करते हुए दावा किया है कि चुनाव ड्यूटी करने वाले करीब 706 शिक्षक-कर्मचारी कोविड संक्रमण से जान गंवा चुके हैं, बड़ी संख्या में शिक्षक बीमारी से जूझ रहे हैं.
पंचायत चुनावों को विधानसभा चुनाव 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. सूबे में पहले चरण में वोटिंग 15 अप्रैल, दूसरे चरण में मतदान 19 अप्रैल को, तीसरे में 26 और चौथे में 29 अप्रैल को हुई. इस बार चुनाव मैदान में बीजेपी, सपा और कांग्रेस के साथ-साथ, आम आदमी पार्टी, आजाद समाज पार्टी तथा असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन भी है. कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि पंचायत चुनाव में कांग्रेस सबको चौंका देगी. पार्टी इन चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी क्योंकि लोग पिछले चार वर्षों के दौरान बीजेपी के कुशासन से त्रस्त हो चुके हैं और कांग्रेस की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहे हैं. जबकि बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि पंचायत चुनाव में बीजेपी बाकी दलों का सूपड़ा साफ कर देगी. जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण इलाकों में गरीबों और किसानों के कल्याण के लिए काम किया है उसे देखते हुए पंचायत चुनाव में बीजेपी की जीत सुनिश्चित है.