UP Politics: यूपी विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के बीच दूरिया बढ़ती जा रही है. शिवपाल यादव जहां अखिलेश का नाम लेते हुए एक के बाद एक ट्वीट कर रहे हैं और बीजेपी में शामिल होने के संकेत दे रहे हैं. वहीं अखिलेश से बढ़ती नाराजगी के बाद शिवपाल को लेकर कहा जा रहा हैं कि बीजेपी सपा के खिलाफ एक बड़ा चाल चल सकती है. सदन में अखिलेश यावद पर दबाव बनाने के लिए उनके चाचा शिवपाल यादव को विधानसभा में डिप्टी स्पीकर बना सकती है.
अखिलेश यादव के खिलाफ बीजेपी यदि ऐसा चाल चलती है तो शिवपाल यादव सदन में अपने भतीजे व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के नजदीक ही बैठेंगे. विधानसभा उपाध्यक्ष की सीट सदन में ठीक नेता प्रतिपक्ष के बगल में ही होती है. बताया जा रहा है किविधानसभा में इस बार अखिलेश यादव ने बतौर नेता प्रतिपक्ष आक्रामक तेवर के संकेत दे दिए हैं. ऐसे में विधानसभा में डिप्टी स्पीकर के तौर पर शिवपाल को बिठा बीजेपी सपा प्रमुख पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना कर बढ़त हासिल करने की कोशिश करेगी. यह भी पढ़े: UP: शिवपाल यादव थामेंगे बीजेपी का दामन? ट्विटर पर पीएम मोदी और CM योगी को किया फॉलो, जानें क्या हैं इसके सियासी मायने
शिवपाल यादव जसवंतनगर सीट से है विधायक:
बता दें कि पीएसपी प्रमुख शिवपाल यादव इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट से लगातार छठी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं. 10 मार्च को मतगणना में जब समाजवादी गठबंधन सत्ता के करीब नहीं पहुंचा तो शिवपाल यादव ने अपने भतीजे अखिलेश यादव की कार्यशैली पर सवाल उठाना शुरू कर दिया, जिससे अखिलेश यादव से उनकी दूरियां बढ़ती जा रही हैं. यदि वजह है कि अखिलेश ने विधायक दल के बैठक में अपने चचा शिवपाल को नहीं बुलाया. जिसके बाद शिवपाल और अखिलेश यादव के प्रति दूरिय बढ़ गई.