नई दिल्ली: गुरुवार को राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी पर लगाए गए आरोपों पर अब बीजेपी की प्रतिक्रिया आई है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल विमान सौदे पर हर रोज एक नया झूठ गढ़ रहे है और वह भ्रम में हैं, क्योंकि उनकी पार्टी प्रासंगिकता खो चुकी है. जावड़ेकर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने का राफेल मामले से कोई संबंध नहीं है.
जावड़ेकर ने कहा कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को महज इसलिए छुट्टी पर भेज दिया गया क्योंकि वे राफेल मामले की जांच शुरू करने वाले थे. उन्होंने कहा कि कहा कि राहुल गांधी इस मामले पर लगातार गलतबयानी कर रहे हैं.
कांग्रेस को सपने में भी दिख रहा है राफेल
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को एक प्रेस कांग्रेस में कहा कि कांग्रेस को सपने में भी राफेल दिखाई पड़ रहा है. वे हर मामले को राफेल से जोड़ना चाहते हैं. जावड़ेकर ने कहा कि राहुलगांधी और कांग्रेस को आज इस बात का पछतावा हो रहा है कि उन्होंने 2012 में इस डील को अधूरा छोड़ दिया था जिसके कारण गांधी परिवार के करीबी संजय भंडारी को राफेल सौदे में भारी कमीशन नहीं मिल पाया. राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- भ्रष्टाचार के सबूत मिटाने के लिए रात 2 बजे CBI डायरेक्टर को हटाया
राहुल बोल रहे हैं कला झूठ
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी राहुल गांधी लगातार झूठ बोल रहे हैं, उनके झूठ को सफेद झूठ नहीं बोला जा सकता, यह काला झूठ है. वे झूठ बोलते हुए कुछ भी कह रहे हैं. वे पीएम मोदी को सीधे गाली तक देने लगे हैं. भारत में इतनी बचकानी स्तर की राजनीति कभी नहीं हुई. उनके इस प्रलाप का जनता पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. देश की जनता राहुल गांधी से बहुत अधिक समझदार है.
सीबीआई विवाद पर बोले जावड़ेकर
जावड़ेकर ने कहा कि लोगों का मानना है कि सरकार को इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए था. लेकिन एक संवैधानिक संस्था के कार्यकलाप के बीच सरकार हस्तक्षेप नहीं करना चाहती थी, पर जब मामला ज्यादा गम्भीर होने लगा, तब सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा.
कांग्रेस को सफाई मांगने का कोई अधिकार नहीं
केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेसी सरकार में उनके नेता अश्विनी कुमार ने सीबीआई के अधिकारियों को फाइलों के साथ अपने कार्यालय में बुलवा लिया था. इसकी वजह से उन्हें इस्तीफा तक देना पड़ गया था. इसी तरह चिदंबरम के मामले में भी सीबीआई जांच में अवरोध पैदा किया गया था. ऐसे में कांग्रेस को सफाई मांगने का कोई अधिकार नहीं है.