मुंबई: शिवसेना (Shivsena) ने रविवार को कृषि से संबंधित तीन बिलों के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से नाता तोड़ने के शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के निर्णय का स्वागत किया. बीते एक साल में अकाली दल शिवसेना के बाद दूसरी पार्टी है, जिसने भाजपा का साथ छोड़ दिया. दोनों भाजपा की पुरानी सहयोगी थी.
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, "दोनों पार्टियां (शिवसेना और अकाली दल) भाजपा के अच्छे-बुरे समय में साथ बने रहे, लकिन अन्य ने अपनी मुश्किल घड़ी में भाजपा का हाथ थामा.शिवसेना को बीते साल एनडीए छोड़ना पड़ा था और अकाली दल ने कृषि बिलों के विरोध में एनडीए का साथ छोड़ा है.हम इस डवलपमेंट से दुखी महसूस करते हैं. यह भी पढ़े: Shiromani Akali Dal Quits NDA: शिरोमणि अकाली दल ने छोड़ा बीजेपी का साथ, किसान बिल को लेकर तोड़ा NDA से गठबंधन
राउत ने कहा, "शिवसेना और अकाली दल एनडीए के स्तंभ थे, जो अब वहां नहीं रहे. इसलिए मौजूदा गठबंधन को एनडीए नहीं कहा जा सकता. राउत ने कहा, "यह अलग तरह का गठबंधन है. शिवसेना किसानों के हित में एनडीए से नाता तोड़ने के शिरोमणि अकाली दल के निर्णय का स्वागत करता है.