जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में चल रही सियासी उठापटक के बीच विधानसभा का विशेष सत्र (Assembly Session) बुलाने की अनुमति देने से राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने मना कर दिया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के प्रस्ताव को भी वापस कर दिया गया है. एक दिन पहले ही राजस्थान सरकार ने विधानसभा सत्र 31 जुलाई से बुलाने का संशोधित प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा था.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को वापस लौटा दिया है. राज्यपाल ने अभी तक सत्र कराने की मंजूरी नहीं दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में राज्यपाल द्वारा मांगे गये स्पष्टीकरण पर चर्चा के बाद संशोधित प्रस्ताव को राजभवन भेजा गया था. Rajasthan Political Crisis: सीएम अशोक गहलोत की बीएसपी ने बढ़ाई टेंशन, BSP से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के खिलाफ याचिका
Rajasthan Governor Kalraj Mishra returns the proposal to convene the Assembly Session, to CM Ashok Gehlot. The Governor has not given the approval for the Session yet.
— ANI (@ANI) July 29, 2020
उधर, कांग्रेस प्रदेश के राज्यपाल पर गंभीर आरोप लगा रही है. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के लिए राज्यपाल कलराज मिश्र संविधान नहीं बल्कि केंद्र सरकार के अनुसार काम कर रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सरकार ने प्रस्ताव में इस बात का उल्लेख नहीं किया है कि क्या वह विधानसभा सत्र में फ्लोर टेस्ट करना चाहती है और सत्र बुलाने के लिए 31 जुलाई की तारीख निर्धारित की है.
बता दें कि आज ही राज्य में कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस पर होने वाला 'एट होम' कार्यक्रम को भी रद्द करने का फैसला लिया गया. इसके साथ ही राज्यपाल ने राज्य में कोरोना वायरस की भयावह स्थिति पर गहरी चिंता प्रकट की है. पारंपरिक 'एट होम' कार्यक्रम हर साल स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त की शाम को राजभवन में आयोजित होता है.