जयपुर: राजस्थान में सियासी संकट खत्म होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है. एक तरफ जहां विधानसभा सत्र बुलाने की मांग को लेकर सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और राज्यपाल कलराज मिश्र के बीच तकरार बढ़ गया है. वहीं बीएसपी (BSP) से कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायकों के खिलाफ बीएसपी की तरफ से कल राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर की जायेगी. बीएसपी की मांग है कि इन सभी विधयाकों की सदयस्ता खत्म हो. इसके पहले बीएसपी की तरफ से इन सभी विधायकों को कांग्रेस को वोट नहीं देने को लेकर व्हिप जारी हुआ था. लेकिन कांग्रेस से बीएसपी में गए विधायक यह मानने से इंकार कर दिया कि उन्हें इस तरह व्हिप जारी होने का नोटिस मिला है.
वहीं बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा बीजेपी विधायक मदनलाल दिलावर की याचिका खारिज राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा खारिज होने के बाद उन्होंने मंगलवार को हाईकोर्ट में दूसरी याचिका दायर की है. दिलावर ने राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष के 24 जुलाई के फैसले को चुनौती दी है, जिसमें दलबदल विरोधी कानून के तहत बसपा विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग वाली उनकी याचिका खारिज कर दी गई. दिलावर ने अपनी पहली याचिका में आरोप लगाया था कि बसपा विधायकों के दलबदल के संबंध में मार्च में उनकी शिकायत के बावजूद अध्यक्ष सी.पी. जोशी द्वारा पिछले कई महीनों में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यह भी पढ़े: Rajasthan Political Crisis: राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीएम अशोक गहलोत को दिया विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश
BSP to file a plea in Rajasthan High Court tomorrow against the merger of six BSP MLAs in the state with Congress party. pic.twitter.com/vpJNndM2Po
— ANI (@ANI) July 28, 2020
बता दें कि राजस्थान विधानसभा के चुनाव में बीएसपी के 6 विधायक मायवती की पार्टी बीएसपी से चुनाव जीता था. लेकिन सितंबर 2019 में बीएसपी के सभी 6 विधायकों में संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेड़िया, लखन मीणा, राजेंद्र गुढ़ा और जोगिंदर सिंह अवाना कांग्रेस में शामिल हो गए. जिसके बाद से कांग्रेस और बीएसपी के बीच मनमुटाव बढ़ गया. ऐसे में अब मायावती राजस्थान में कांग्रेस की सरकार गिराकर बदला लेना चाहती हैं. (इनपुट आईएएनएस)