नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी (National Register of Citizens) को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है. एक तरफ नागरिकता संशोधन बिल 2019 लोकसभा और राज्यसभा दोनों से पास हो चुका है और इसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हरी झंडी दिखा दी है. जिसके बाद कानून बन गया है. दूसरी तरफ एनआरसी को लेकर बयानबाजी जारी है. लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि पुरे देश में एनआरसी लागू करेंगे. जिसके बाद पश्चिम बंगाल, बिहार और केरल ने इसका विरोध किया है. वही मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने भी इशारो में ही सही लेकिन विरोध करते हुए कहा है कि पार्टी जो तय करेगी वो करूंगा. इसी बीच नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की है. उन्होंने इस मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत की और अपनी प्रतिक्रिया दी.
प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में एनआरसी को लागू करने के पक्ष में नहीं है. उन्होंने सीएबी पर कहा कि इससे कोई कोई समस्या नहीं है, लेकिन सीएबी के एनआरसी के साथ संयुक्त रूप में होने से यह भेदभावपूर्ण हो जाएगा. यह भी पढ़े-बिहार: जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर का CAB पर बागी तेवर बरकरार, पार्टी कर सकती है कार्रवाई
नीतीश कुमार से NRC को लेकर मिले जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर-
Janata Dal-United (JDU) Vice President Prashant Kishor after meeting Bihar CM in Patna: He said that we are not in favour of National Register of Citizens (NRC). There is no problem per se with #CitizenshipAmendmentAct, but it becomes discriminatory when combined with NRC. https://t.co/0eeFZQ5C3C
— ANI (@ANI) December 14, 2019
ज्ञात हो कि जेडीयू ने नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill 2019) का दोनों सदनों यानि लोकसभा और राज्यसभा में खुलकर समर्थन किया और इसके पक्ष में वोटिंग की थी. इसके बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर पार्टी के फैसले का विरोध किया था.