मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) का सियासी संघर्ष अब खत्म होता दिख रहा है. सूबे में शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनने को लेकर तस्वीर साफ हो गई है. जल्द ही औपचारिक रूप से इसका ऐलान हो सकता है. इस बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने तीनों पार्टियों के बीच होने जा रहे गठबंधन पर निशाना साधा है. गडकरी ने कहा यह सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच वैचारिक मतभेद हैं. अगर यह सरकार बनती भी है तो आगे तक नहीं जा सकती है.
नितिन गडकरी ने कहा इस गठबंधन में विचारधारा का कोई तालमेल नहीं है. तीनों पार्टियां सिर्फ बीजेपी को सत्ता से दूर करने के लिए साथ आई हैं. इन पार्टियों में कोई वैचारिक आधार नहीं है. इसलिए यह गठबंधन ज्यादा समय तक नहीं टिकेगा. नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी कि महाराष्ट्र में ऐसा होगा, गडकरी ने कहा बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन का आधार हिंदुत्व था. यह एक विचारधारा का गठबंधन था, लेकिन कांग्रेस, एनसीपी के विचार इससे मेल नहीं खाते. इस गठबंधन का आधार सिर्फ मौकापरस्ती है.
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शिवसेना, कांग्रेस और NCP की गठबंधन वाली सरकार ज्यादा नहीं चलेगी-
Union Minister Nitin Gadkari on Maharashtra govt formation: There are ideological differences among Congress, Shiv Sena and NCP. The govt will not go much ahead even if it is formed. pic.twitter.com/0itwpFzoC3
— ANI (@ANI) November 22, 2019
तीनों पार्टियों में वैचारिक मतभेद-
Union Minister Nitin Gadkari: BJP and Shiv Sena alliance was based on ideology of Hindutva and even today we don't have much ideological differences. Breaking of such an alliance is not only a loss to the country but also to Hindutva cause and to Maharashtra. pic.twitter.com/pfanz27IGp
— ANI (@ANI) November 22, 2019
महाराष्ट्र का सियासी घमासान का अंत होता दिख रहा है. राज्य में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस मिलकर जल्द सरकार बनाने जा रहे हैं. सरकार बनाने के फॉर्मूले को लेकर तीनों पार्टियों के बीच बैठकों का दौर लंबे समय से जारी है. शुक्रवार शाम चार बजे तीनों नेताओं की बैठक होने वाली है. वहीं इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने शुक्रवार को कहा, शिवसेना के सीएम पर सबकी सहमति बनी है और पांच साल तक शिवसेना का ही सीएम रहेगा.
तीनों दलों ने तय कर लिया है कि शिवसेना का ही मुख्यमंत्री पांच साल तक रहेगा. सूत्रों की मानें तो तीनों ही पार्टियां विधानसभा में अपने सीटों के हिसाब से मंत्रालयों के बंटवारे पर भी सैद्धांतिक तौर पर एकमत हो चुकी हैं.