Samajwadi Party Exits MVA Alliance: महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (एसपी) ने विपक्षी महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी है. यह फैसला शिवसेना (यूबीटी) के बाबरी मस्जिद विध्वंस पर दिए गए विवादित बयान के बाद लिया गया है.
क्या है मामला?
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रमुख अबू आज़मी ने शनिवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी अब MVA का हिस्सा नहीं रहेगी. यह कदम शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी मिलिंद नार्वेकर के एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद आया. पोस्ट में बालासाहेब ठाकरे की बाबरी मस्जिद विध्वंस की तारीफ का जिक्र था.
Samajwadi Party to quit opposition MVA over Shiv Sena (UBT)'s stand on Babri mosque demolition: Maharashtra SP chief Abu Azmi
— Press Trust of India (@PTI_News) December 7, 2024
पोस्ट में लिखा गया था: “जिन्होंने यह किया, मैं उन पर गर्व करता हूं.”
यह पोस्ट तेजी से वायरल हुई और शिवसेना (यूबीटी) पर यह सवाल उठने लगे कि क्या वे फिर से बीजेपी के साथ जा सकते हैं और कठोर हिंदुत्व की राह पकड़ सकते हैं.
This is to remind you that the @ShivSenaUBT_ party enjoyed enormous support from secular votes in the last two elections—Lok Sabha and Maharashtra Vidhan Sabha. The glorification of the dark day in India's history is uncalled for & unwarranted. I strongly condemn such kind of… https://t.co/RzNZzkx5wm
— Rais Shaikh (@rais_shk) December 6, 2024
गठबंधन पर क्या पड़ेगा असर?
MVA के सहयोगियों, विशेषकर समाजवादी पार्टी और एनसीपी के नेताओं ने शिवसेना (यूबीटी) के इस रुख की कड़ी आलोचना की. एसपी विधायक रईस शेख ने इसे "भारत के इतिहास का काला दिन" कहकर पोस्ट की निंदा की. उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने धर्मनिरपेक्ष वोटरों का भरोसा तोड़ा है.
— Milind Narvekar (@NarvekarMilind_) December 5, 2024
फहद अहमद, जो एनसीपी-एसपी के उम्मीदवार रह चुके हैं, ने भी इस कदम को "भीड़तंत्र की जीत और संविधान की हार" करार दिया.
बालासाहेब ठाकरे का राम मंदिर आंदोलन में प्रमुख योगदान रहा है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने भी माना कि 1992 के दौरान बालासाहेब ने बाबरी विध्वंस की जिम्मेदारी ली थी.
Celebrating Mob violence victory over constitutional values is obsession of imaginary past and it offers nothing to the citizens.
Your party has failed to control and command the cadre, now you feel you will get the victory on the lines of communalism which I seriously doubt. https://t.co/xeT0aL45n8
— Fahad Ahmad (@FahadZirarAhmad) December 6, 2024
समाजवादी पार्टी का फैसला
अबू आज़मी ने स्पष्ट किया कि शिवसेना (यूबीटी) का यह रवैया धर्मनिरपेक्ष राजनीति के खिलाफ है और एसपी ऐसे गठबंधन में नहीं रह सकती. समाजवादी पार्टी के इस फैसले ने महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव ला दिया है. MVA का मजबूत धर्मनिरपेक्ष गठबंधन अब कमजोर पड़ता नजर आ रहा है. शिवसेना (यूबीटी) के इस विवादित कदम ने सहयोगी दलों के बीच असहमति पैदा कर दी है. शिवसेना (यूबीटी) का यह कदम न केवल गठबंधन को झटका देगा, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीतिक दिशा को भी प्रभावित करेगा.