बिहार में NDA के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय, LJP 6 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, शनिवार को ऐलान संभव
रामविलास पासवान (Photo credit: IANS)

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर बिहार में एनडीए (NDA) के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे पर फैसला हो चुका है. लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की ओर से सीट बंटवारे को लेकर दबाव बनाने के बाद आखिरकार शुक्रवार को सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तैयार हो गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी (BJP) और जेडीयू (JDU) जहां 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, वहीं राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की अगुवाई वाली एलजेपी छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी. रामविलास पासवान स्वास्थ्य कारणों से इस बार हाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. ऐसे में एलजेपी को अपने पाले में रखने के लिए, बीजेपी ने अपने कोटे से रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजने का वादा किया है.

बिहार में एनडीए के बीच सीट शेयरिंग को लेकर संभवत: शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी अध्यक्ष राम विलास पासवान की मौजूदगी में घोषणा हो सकती है. एलजेपी प्रवक्ता संजय सर्राफ ने कहा कि निर्णय हुआ है कि हमारी पार्टी लोकसभा की छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी और राज्यसभा की हमें एक सीट मिलेगी. इससे पहले दिन में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान से 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे पर चर्चा की. यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल में BJP को झटका, कलकत्ता HC की चीफ जस्टिस बेंच ने रथ यात्रा पर लगाई रोक

एलजेपी के नेताओं ने गुरुवार को अमित शाह से मुलाकात की थी और सीट बंटवारे पर बातचीत को लेकर हो रही देरी पर अपनी चिंताओं से अवगत कराया था. जेटली से मुलाकात के बाद, एलजेपी संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान ने उम्मीद जताई कि बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ेगी.

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि बातचीत चल रही है. सही समय पर इस संबंध में घोषणा की जाएगी. हमने बीजेपी नेतृत्व के समक्ष अपने बिंदुओं को रख दिया है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारी बात सुनी गई. आशा है कि सब कुछ अच्छा होगा. यह भी पढ़ें- कंप्यूटर निगरानी विवाद: राहुल गांधी बोले, भारत को 'पुलिस स्टेट' बनाने से आपकी समस्याएं हल नहीं होंगी

बीते लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बिहार में 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 22 पर जीत हासिल की थी, वहीं एलजेपी ने छह सीटें जीती थी और एक पर उसे हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) ने तीन सीटें जीती थी. आरएलएसपी अब आरजेडी-कांग्रेस के महागठबंधन का हिस्सा है. 2014 में जेडीयू ने अकेले चुनाव लड़ा था और केवल दो सीटों पर ही जीत हासिल की थी.

एजेंसी इनपुट