पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. ममता बनर्जी के उस बयान पर राहुल गांधी ने कड़ी आपत्ति जताई है जिस पर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पर चुनाव में आरएसएस से मदद लेने का आरोप लगाया था. ममता ने दावा किया कि आरएसएस, कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में मदद कर रहा है. ममता ने आरोप को और भी स्पष्ट करते हुए कहा कि आरएसएस, कांग्रेस को बहरमपुर (Berhampore) में मदद कर रहा है.
ममता ने आरोप लगाया कि आरएसएस जंगीपुर (Jangipur) से पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी (कांग्रेस की टिकट पर दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं) की भी मदद कर रहा है. ममता ने आगे कहा कि आरएसएस, कांग्रेस को मदद करने के लिए रुपए भी खर्च कर रहा है. चुनावी माहौल में ममता बनर्जी द्वारा कांग्रेस पर ऐसा आरोप हैरान करने वाला है.
इस पर राहुल गांधी ने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि क्या उन्होंने केंद्र में मंत्री पद लेने के लिए कभी न कभी बीजेपी से समझौता किया था. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पूछ रही हैं कि हम बीजेपी के खिलाफ सच में नहीं लड़ रहे हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि फिर राफेल का मुद्दा किसने उठाया. चौकीदार चोर है का नारा किसने दिया, हमनें बीजेपी से कभी भी किसी भी राज्य में कोई समझौता नहीं किया. क्या ममता बनर्जी ने कभी बीजेपी से कोई समझौता किया है? बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव बीजेपी को सत्ता से बाहर कर देगा और यह सुनिश्चित करेगा कि नरेंद्र मोदी फिर कभी प्रधानमंत्री नहीं बने.
बनर्जी ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस केंद्र में अगली सरकार बनाने में मदद करेगी और उन्होंने लोगों से अपनी पार्टी को वोट देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने या नागरिकता विधेयक में संशोधन किये जाने की अनुमति नहीं देगी. पीएम मोदी पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों तक प्रधानमंत्री विदेश यात्रा करने में व्यस्त रहे. ''अचानक वह देशवासियों के कल्याण के बारे में इतने सचेत हो गये.
ममता ने कहा, ''पांच वर्ष पहले वह चायवाला थे और अब वह अचानक चौकीदार हो गए हैं. चुनावों के बाद लोग उन्हें कहीं नहीं पाएंगे. साढ़े चार वर्षों तक वह दुनिया की यात्रा करने में व्यस्त रहे और अब यहां रोजगार नहीं है, किसान अपना कर्ज नहीं चुका पाने के कारण मर रहे हैं. जब लोगों की पीट-पीट कर हत्या की जा रही थी तो वह मौन थे. मैं उन्हें (मोदी) दंगाबाज और लुटेरा कहती हूं."