लोकसभा चुनाव 2019: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) स्थित सहारनपुर (Saharanpur) के देवबंद (Deoband) में एसपी-बीएसपी (SP-BSP) और आरएलडी (RLD) की संयुक्त रैली विवादों में घिरती नजर आ रही है. दरअसल, इस चुनावी रैली में बीएसपी सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Mayawati) के आक्रामक भाषण ने ही उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है. उन्होंने न सिर्फ इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधा, बल्कि उन्होंने सीधे मुसलमानों को संबोधित करते हुए उनसे वोट की अपील की. मुसलमानों से वोट मांगकर मायावती मुश्किलों में घिर गई हैं और उनके इस भाषण के लिए उत्तर प्रदेश के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने रिपोर्ट तलब की है.
Uttar Pradesh Chief Electoral Officer has taken cognisance of BSP chief Mayawati's speech she delivered today in Saharanpur's Deoband. The Officer has sought a report from the local administration. (file pic) pic.twitter.com/RfPHvo3twp
— ANI UP (@ANINewsUP) April 7, 2019
मायावती ने अपने भाषण में कहा कि मुस्लिम समुदाय कांग्रेस के झांसे में न आए और बीजेपी को हराने के लिए गठबंधन के उम्मीदवारों को अपना कीमती वोट दें. उन्होंने कहा कि मैं खासतौर पर मुस्लिम समाज के लोगों से यह कहना चाहती हूं कि आपको भावनाओं में बहकर, रिश्तेदारों की बातों में आकर अपना वोट नहीं बांटना है. आपको अपना एकतरफा वोट गठबंधन को ही देना है. यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: मायावती ने गरीबी दूर करने का दिया फॉर्मूला, पीएम मोदी के 15 लाख की तरह राहुल गांधी के 72 हजार रुपए देने के वादे को भी बताया एक जुमला
बता दें कि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियों और नेताओं से प्रचार अभियान के दौरान ऐसे किसी भी जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर वोट की अपील करने से बचने की हिदायत दी है, जिसके कारण समाज में भेदभाव और तनाव फैल सकता है. बावजूद इसके मायावती ने अपनी इस चुनावी रैली में मुस्लिमों से खास अपील करते हुए कह दिया कि कांग्रेस- बीजेपी को वोट न देकर सिर्फ गठबंधन को वोट दें.
मायावती ने कहा कि पश्चिमी यूपी में और खासकर सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद और बरेली मंडल में मुसलमानों की आबादी बहुत ज्यादा है. ऐसे में इस चुनाव के मद्देनजर मैं मुस्लिम समाज के लोगों को बताना चाहती हूं कि यूपी में कांग्रेस इस लायक नहीं है कि वो बीजेपी को टक्कर दे सके, इसलिए गठबंधन को ही वोट करें.