केरल में लोकसभा की सभी 20 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होंगे. लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस के बीच यहां सीधा मुकाबला है.भारत की 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सात चरणों में मतदान कराए जाने हैं. इसके दूसरे चरण में कुल 13 राज्यों में मतदान होंगे. इनमें असम की 5, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 3, कर्नाटक की 14, मध्य प्रदेश की 7, महाराष्ट्र की 8, उत्तर प्रदेश की 8, राजस्थान की 13, पश्चिम बंगाल की 3 और केरल की 20 सीटों पर वोटिंग होगी.
केरल में लोकसभा की सभी 20 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होंगे. लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस के बीच यहां सीधा मुकाबला है. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) में कांग्रेस, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, रेवेल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और केरल कांग्रेस एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं. इस गठबंधन में कांग्रेस सबसे ज्यादा 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
वहीं वाम मोर्चा लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) गठबंधन में सीपीआई (एम), सीपीआई और केरल कांग्रेस (एम) एक साथ मैदान में हैं. सीपीआई (एम) सबसे ज्यादा 15 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बीजेपी एनडीए गठबंधन में भारत धर्म जन सेना पार्टी के साथ चुनाव लड़ रही है.
वायनाड की चुनौती
केरल की बहुचर्चित सीट वायनाड से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों में राहुल को सात लाख से ज्यादा वोट मिले थे. लेकिन इंडिया ब्लॉक के घटक दल सीपीआई ने वायनाड से एनी राजा को राहुल गांधी के खिलाफ उतारा है.
डीडब्ल्यू से बात करते हुए सीपीआई के राज्यसभा सांसद संदोश कुमार ने कहा, "केरल में एलडीएफ और यूडीएफ के बीच ही मुकाबला है और बाकी प्रत्याशियों की तरह राहुल गांधी भी हमारे लिए एक प्रत्याशी हैं. हम अगर ऐसे ही सभी के लिए सीटें छोड़ देंगे तो हम कैसे चुनाव लड़ेंगे."
कौन हैं एनी राजा
एनी राजा सीपीआई महासचिव डी. राजा की पत्नी हैं और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमेन (एनएफआईडब्ल्यू) की महासचिव हैं. कन्नूर में पैदा हुईं 60 साल की एनी चार भाई बहनों में सबसे छोटी और इकलौती लड़की हैं. कॉलेज के दिनों में वो सीपीआई के स्टूडेंट विंग 'ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन' (एआईएसएफ) की सदस्य रही हैं.
पिछले चुनावों में कांग्रेस समर्थित यूडीएफ गठबंधन को 20 में से 19 सीटें मिली थीं और लेफ्ट के हाथ सिर्फ एक ही सीट आयी थी. एनी राजा को लेकर पार्टी के सदस्य इस बार जरूर उत्साहित नजर आ रहे हैं.
तिरुवनंतपुरम में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा, "केरल के लोगों को उस पार्टी को वोट देना चाहिए जो दिल्ली में नई सरकार बना सके और केरल में वह पार्टी कांग्रेस और यूडीएफ हैं."