बंगलुरु: कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शपथ लेने के तुरंत बाद एक बड़ी घोषणा की. उन्होंने राज्य के किसानों के एक लाख तक के कर्ज को माफ़ करने का फैसला किया है. बता दें की बीजेपी ने राज्य के किसानों के कर्ज को माफ़ करने का वादा अपने चुनावी घोषणापत्र में किया थी. यह फैसला उसी को विचार में रखते हुए किया गया है. नई सरकार द्वारा लिये गए इस बड़े फैसले का लाभ उन सभी किसानों को मिलेगा जिन्होंने बैंकों से कर्ज लिया है.
येदियुरप्पा के लिए राज्य में बीजेपी की सरकार बनाना किसी चुनौती से कम नहीं रहा. गुरुवार की सुबह में उन्हें राज्यपाल वजुभाई वाला ने सदन में शपथ ग्रहण दिलाई. और बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री को 15 दिनों का समय दिया है. इस वक़्त राज्य की कुल 222 सीटों हैं, और बीजेपी 104 सीटें जीतकर पहले स्थान पर, कांग्रेस 78 सीटें जीतकर दूसरे तो जनता दाल (सेक्युलर) 38 सीटें जीत कर तीसरे स्थान पर है. बहुमत साबित करने के लिए किसी भी पार्टी के पास 112 सीटों का होना जरुरी है. जब की बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने का बाद भी बहुमत से 8 सीट पीछे है. इसलिए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को सदन में आने वाले दिनों में बहुमत साबित करना होगा जो कि नवनिर्वाचित सरकार के लिए कठिन हो सकता है.
हालांकि, कम पड़ रहे 8 विधायकों को बीजेपी किस तरह जुटाएगी, कहाँ से लाएगी, इस पर पार्टी के किसी भी नेता ने टिप्पणी नहीं की है. सियासी पंडितों का मानना है कि आने वाले दिनों में विधायकों को ले कर और भी घमासान हो सकता है, क्यों की कांग्रेस-जेडीएस ने भी अपने विधायकों को किसी दूसरे सुरक्षित जगहों पर भेज दिया है, ताकि किसी भी तरह की दल बदली को रोका जा सके.
हालांकि, यह प्रश्न भी अपनी जगह कायम है की अगर येदियुरप्पा सदन में बहुमत सिद्ध करने में नाकाम रहे, तो इस घोषणा का कोई मतलब नहीं रह जायेगा.