झारखंड विधानसभा चुनाव नतीजे 2019: खंडित जनादेश मिलने पर ये दिग्गज नेता बन सकते हैं किंगमेकर
बाबूलाल मरांडी और सुदेश महतो (Photo Credits: Twitter)

Jharkhand Assembly Election Results 2019: झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आने वाले है. कड़ी सुरक्षा के बीच मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू की गई. आखिरी चरण के मतदान के बाद शुक्रवार को आये अधिकतर एग्जिट पोल के नतीजों में किसी भी पार्टी को बहुमत का आंकड़ा नहीं मिलने का दावा किया गया है. किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए 41 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी. ऐसी स्थिति में झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) और एजेएसयू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) के अध्यक्ष सुदेश महतो (Sudesh Mahto) किंगमेकर बन जाएंगे.

झारखंड की राजनीति में एजेएसयू के अध्यक्ष सुदेश महतो को हमेशा से दबदबा देखा गया है. यही वजह है कि राज्य के गठन के बाद से ही ऐसी कोई सरकार नहीं बन सकी, जिसमें महतो की भागीदारी नहीं रही हो. मुख्यमंत्री रघुबर दास की सरकार में भी एजेएसयू को कैबिनेट में हिस्सेदार बनाया गया. हालांकि सीटों पर बंटवारे को लेकर अब एजेएसयू और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ रही है. झारखंड विधानसभा चुनाव परिणाम 2019 Live Updates: वोटों की गिनती शुरू, JMM और बीजेपी में कांटे की टक्कर

वहीं झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और कभी बीजेपी के दिग्गज नेता रहे बाबूलाल मरांडी भी झारखंड चुनाव के नतीजे के बाद अहम भूमिका निभा सकते है. राज्य में आदिवासी नेता के रूप में पहचाने जाने वाले बाबूलाल मरांडी ने साल 2006 में बीजेपी से अलग होकर नई पार्टी जेवीएम बनाई. 2019 के लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बाबूलाल मरांडी ने खुद को महागठबंधन से अलग कर लिया था. पॉलिटिकल पंडितों की मानें तो जरुरत पड़ने पर वह बीजेपी का रुख कर सकते है.

राज्य चुनाव आयोग के अनुसार झारखंड के 24 जिला मुख्यालयों में वोटों की गिनती की जा रही है. मतगणना का अधिकतम दौर चतरा में 28 राउंड और सबसे कम दो राउंड चंदनकियारी और तोरपा सीटों पर होगा. जबकि पहला परिणाम सोमवार दोपहर 1 बजे आने की उम्मीद है.

उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने 2014 विधानसभा चुनाव में 37 सीटें जीती थी, वहीं उसके सहयोगी दल ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू) ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) को 19, कांग्रेस को छह, जेवीएम को आठ सीटें मिली थीं. अन्य दलों और निर्दलीयों के खाते में कुल छह सीटें आई थी. बाद में जेवीएम के छह विधायक दल बदल कर बीजेपी में शामिल हो गये थे.