देश की राजनीति में जम्मू-कश्मीर का अपना अलग स्थान है. कश्मीर का मुद्दा सिर्फ कश्मीरियों के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अहम है. मतदान केंद्रों पर ग्रेनेड हमले, हिंसक झड़पें, अलगाववादियों के बंद जैसी कई विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद घाटी में चुनाव संपन्न हुए. राज्य के छह लोकसभा सीटों में पांच चरणों में कुल 44.51 फीसदी मतदान हुआ. इस दौरान मतदाताओं का जोश आतंक के मुहं पर करारा तमाचा था.
लोकतंत्र में भरोसा रखने वालों ने तमाम मुश्किलों को ठेंगा दिखाते हुए मतदान किया. अब सभी को 23 मई को परिणाम का इंतजार है. घाटी में बीजेपी, कांग्रेस, पीडीपी, जेकेएनसी के बीच कड़ी टक्कर है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां बीजेपी को 3 सीट, पीडीपी 1 सीट, जेकेएनसी को 1 सीट मिली थी. साल 2019 में आकंड़ों में कुछ बदलाव नजर आ रहा है. आइए देखते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े.
टाइम्स नाउ-
बीजेपी:00-02
कांग्रेस:00-04
पीडीपी:00
जेकेएनसी:00
अन्य:00
आजतक:
बीजेपी:02-03
कांग्रेस:00-01
पीडीपी:00
जेकेएनसी:00
अन्य:00
ABP-
बीजेपी:02
कांग्रेस:00
पीडीपी:02
जेकेएनसी:02
अन्य:00
बता दें कि बीजेपी द्वारा पीडीपी नीत जम्मू- कश्मीर सरकार से अचानक समर्थन वापस ले लिए जाने के बाद पिछले साल 19 जून को जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लगा दिया गया था. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने 21 नवंबर को विधानसभा भंग कर दी थी. राज्यपाल शासन के छह महीने बाद राज्य में 19 दिसंबर 2018 को छह महीने के लिए राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया.