हैदराबाद सांसद और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- मैं किसी भी एनकाउंटर के खिलाफ हूं
असदुद्दीन ओवैसी (Photo Credits: ANI)

हैदराबाद एनकाउंटर (Hyderabad Encounter) पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने शुक्रवार को कहा कि मैं एनकाउंटर्स के खिलाफ हूं. यहां तक कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने भी एनकाउंटर का संज्ञान लिया है. हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं यह समझना चाहता हूं कि आखिर पुलिस (Police) को इतना बड़ा कदम क्यों उठाना पड़ा. जहां तक एनकाउंटर की बात है तो चाहे कोई भी एनकाउंटर हो मैं उसके खिलाफ हूं.

इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने हैदराबाद में एक महिला वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप और फिर उसकी हत्या कर देने के चारों आरोपियों के कथित पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने का शुक्रवार को संज्ञान लिया और मामले की जांच के आदेश दिए. एनएचआरसी ने कहा कि आज हुई यह मुठभेड़ चिंता का विषय है. यह भी पढ़ें- हैदराबाद एनकाउंटर पर बोली पुलिस-आरोपियों ने हथियार छीनकर किया हमला, सरेंडर करने को नहीं थे तैयार इसीलिए करनी पड़ी जवाबी कार्रवाई.

दूसरी तरफ, तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि महिला वेटनरी डॉक्टर से गैंगरेप और हत्या के दो आरोपियों ने सुबह हथियार छीनने के बाद पुलिस पर गोलियां चलाई, जिसके बाद पुलिस ने ‘जवाबी’ गोलीबारी की. साइबराबाद पुलिस आयुक्त सी वी सज्जनर ने हैदराबाद में संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों में एक मोहम्मद आरिफ ने सबसे पहले गोली चलाई. वारदात स्थल पर पुलिस की जो टीम उन्हें लेकर वहां गयी थी, उनपर भी ईंट-पत्थरों से हमला किया गया. उन्होंने कहा कि छीने गए हथियार ‘अनलॉक’ (फायरिंग के लिए तैयार) स्थिति में थे. गोलीबारी की घटना जब हुई, उस समय आरोपियों के हाथों में हथकड़ी नहीं थी और यह घटना आज सुबह पांच बजकर 45 मिनट से सवा छह बजे के बीच हुई.

मुठभेड़ का ब्यौरा देते हुए शीर्ष अधिकारी ने कहा कि बरामद किए गए एक मोबाइल फोन और अन्य सामग्री के मद्देनजर आरोपियों के ‘कबूलनामे’ के आधार पर पुलिस टीम वहां उन्हें वहां लेकर गई थी. उन्होंने कहा, ‘‘सभी चारों आरोपी एकसाथ हो गए, उन्होंने ईंट-पत्थर तथा अन्य चीजों से पुलिस दल पर हमला बोल दिया. इसके बाद उन्होंने हमारे दो अधिकारियों से उनके हथियार छीन लिए और गोलीबारी की.'’पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे अधिकारियों ने संयम रखा और उन्हें आत्मसमर्पण के लिए कहा. लेकिन, उन्होंने नजरअंदाज करते हुए गोलीबारी की और हमला करते रहे, इसके बाद हमारे लोगों ने जवाबी कार्रवाई की और इसमें चारों आरोपी मारे गए.’’