हार्दिक पटेल ने गुजरात में बीजेपी के खिलाफ नए सिरे से लड़ाई का आह्वान किया
हार्दिक पटेल (Photo Credit: PTI)

अहमदाबाद. कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने शनिवार को सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ लड़ाई में ‘‘गुजरात के लोगों की अंतरात्मा को फिर से जागृत’’ किये जाने की जरूरत पर जोर दिया.

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा किसानों और युवाओं से जुड़े मुद्दों का समाधान करने में ‘‘विफल’’ रही है. पटेल ने कहा कि जो लोग सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ नहीं बोलते हैं, वे ‘‘नपुसंक’’ हैं. अपने 26वें जन्मदिन के मौके पर गांधीनगर में टॉउन हॉल में लोगों को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा, ‘‘भाजपा के (गुजरात में लोकसभा चुनाव में) 26 में से 26 सीटों पर जीत दर्ज करने के बावजूद किसानों, युवाओं और भारी शिक्षा शुल्क की समस्याएं बनी हुई है. हमें कुछ करना होगा, हमें अपना आंदोलन जारी रखना होगा, और इसलिए हमें गुजरात के लोगों के विवेक को फिर से जागृत करना होगा.’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल और आम आदमी पार्टी (आप) नेता संजय सिंह इस मौके पर मौजूद थे. पटेल ने कहा, ‘‘कोई भी गुजरात में बोलने के लिए तैयार नहीं है। यदि कोई ऐसा करता है, तो उसे जेल भेजा जा सकता है या बदनाम किया जा सकता है. लेकिन हमने फैसला किया है कि हम बोलेंगे। हमें भाजपा के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखनी होगी.’’उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें 2019 आम चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने की सलाह दी थी. यह भी पढ़े-चुनावी रैली में BJP कार्यकर्ता ने हार्दिक पटेल को थप्पड़ मारा

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनसे कहता था कि जो लोग भाजपा के खिलाफ नहीं बोलते हैं वे ‘नामर्द’ हैं।’’

गोहिल ने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल की भूमि गुजरात के युवा लोग कहीं न कहीं ‘‘व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर अपना विवेक खो चुके हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हार और जीत से हमें निराश नहीं होना चाहिए। गलत रास्ता अपनाने वाले ही शुरू में जीतते हैं। आज की ईवीएम और महाभारत के समय के ‘शकुनि’ अलग नहीं हैं. ‘पांडवों’ को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन अंत में ‘सत्यमेव जयते’.’’

गोहिल ने ‘‘10 लोगों की हत्या के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए गई’’ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लिये जाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा.

आप नेता संजय सिंह ने ‘‘विफल वादों’’ को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा सांप्रदायिक आधार पर देश को बांटकर चुनाव जीतने में सफल रही.