पणजी: गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा (Mridula Sinha) ने राज्य की स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर बुधवार को कहा कि स्वच्छता बनाए रखना संस्कृति का हिस्सा होना चाहिए और लोगों को गोवा को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य बनाने की दिशा में काम करना चाहिए.
मृदुला ने अपने संदेश में कहा, "हमें अपने राज्य को कचरा और गंदगी मुक्त रखने के लिए लगातार नए सिरे से प्रयास करने होगें. यह संस्कृति का विषय है. हमें इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए सामूहिक रूप से काम करना चाहिए और भारत में सबसे स्वच्छ राज्य का दर्जा प्राप्त करना चाहिए."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नियुक्त स्वच्छ भारत मिशन के दूतों में से एक मृदुला ने कहा कि स्वच्छता हमेशा "हमारी नैतिक प्रणाली का हिस्सा रही है और हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे बनाए रखना चाहिए."
30 मई, 1987 को गोवा को भारतीय संघ में एक राज्य के रूप में शामिल किए जाने पर टिप्पणी करते हुए राज्यपाल ने कहा कि राज्य का दर्जा प्राप्त करना गोवा के लोगों का लंबे अरसे से सपना था. उन्होंने कहा, "गोवा को राज्य का दर्जा दिए जाने से राज्य के लोगों को अपनी धरती के भविष्य को संवारने का पर्याप्त अवसर मिला है और साथ ही उन्हें एक अलग पहचान मिली है."