न्यू दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) के खिलाफ रविवार और सोमवार को हिसा भड़काने के आरोप में दो मामले दर्ज किए गए हैं. एक शिकायत आम आदमी पार्टी (आप) की कॉर्पोरेटर रेशमा नदीम और दूसरी हसीब उल हसन ने दर्ज कराई है. दर्ज शिकायतों में कहा गया है कि विरोध के दौरान मिश्रा ने अपने भड़काऊ भाषणों से लोगों को भड़काया, जिससे अराजकता फैल गई. बहरहाल मिश्रा के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस की एक विशेष शाखा की रिपोर्ट में कहा गया है कि चांदबाग मजार में हिंसा में लिप्त और पुलिस पर गोलियां दागने वाले प्रदर्शनकारियों का संबंध पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से है.
इसमें पीएफआई के शाहीन बाग निवासी एक वरिष्ठ अधिकारी के नाम का भी उल्लेख किया गया है.
उत्तर प्रदेश में विभिन्न हिंसक घटनाओं में पीएफआई के प्रमुख अधिकारियों के खिलाफ पहले कई मामले दर्ज किए गए हैं.
उल्लेखनीय है कि जामिया समन्वय समिति ने सोमवार को पुलिस को मांगों का एक ज्ञापन सौंपकर कहा कि पूर्वोत्तर दिल्ली में कथित तौर पर हिंसा भड़काने के लिए भाजपा नेता कपिल मिश्रा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
समिति ने जय सिंह रोड पर नए पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था, लेकिन संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिणी रेंज) और प्रदर्शनकारियों की मुलाकात के बाद उन्हें निजामुद्दीन ले जाया गया.
ज्ञापन में कहा गया है कि दिल्ली भाजपा नेता कपिल मिश्रा को उनके भाषणों और ट्वीट के माध्यम से पूर्वोत्तर दिल्ली में हिंसा भड़काने के लिए एफआईआर दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार किया जाये.