उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में भड़की हिंसा के मामले में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, रणदीप सुरेजवाला समेत कई नेताओं का एक प्रतिनिध मंडल आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. सोनिया गांधी ने मुलाकात के बाद गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की. दिल्ली में हुई हिंसा को सरकार की नाकामी बताई. सोनिया गांधी ने कहा केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार इस हिंसा के मूक दर्शक बने रहे जिससे जानमाल का काफी नुकसान हुआ. हम आपसे (राष्ट्रपति) नागरिकों के जीवन, स्वतंत्रता और संपत्ति का संरक्षण करने का आग्रह करते हैं. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिल्ली हिंसा को बेहद दुखद बताया.
कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार को दिल्ली हिंसा पर घेर रही है. इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra), राहुल गांधी ने जस्टिस एस. मुरलीधर के ट्रांसफर पर केंद्र सरकार पर हमला किया है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि जस्टिस मुरलीधर का मौजूदा विवाद के दौरान आधी रात में तबादला चौंकानेवाला नहीं है. लेकिन यह दुखद और शर्मनाकजनक बताया है.
कांग्रेस ने राष्ट्रपति से की मुलाकात
Delhi: A delegation from the Indian National Congress led by Congress interim president Sonia Gandhi and former Prime Minister Dr. Manmohan Singh called on President Ram Nath Kovind at Rashtrapati Bhavan today. pic.twitter.com/BdiNPVU5pW
— ANI (@ANI) February 27, 2020
AMU के छात्रों ने भी मांगा गृहमंत्री का इस्तीफा
बता दें कि इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के छात्रों ने राष्ट्रीय राजधानी में लोगों के जीवन और संपत्तियों को नष्ट होने से बचाने में असफल रहने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से इस्तीफे की मांग की है. वहीं छात्रों ने रविवार को सीएए समर्थकों और सीएए-विरोधियों के बीच शुरू हुई झड़प पर चुप्पी साधने को लेकर विपक्षी राजनीतिक पार्टियों की भी आलोचना की है.