नई दिल्ली:- Delhi assembly elections 2020, दिल्ली में विधानसभा 2020 चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ नेताओं के बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. दिल्ली में विधानसभा चुनाव का समय करीब है. ऐसे सूबे के सीएम अरविंद केजरीवाल हर मुद्दे पर सरकार को घेरने से पीछे नहीं हट रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) ने केंद्र पर सीधा हमला किया है. केजरीवाल ने इशारों-इशारों में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के बहाने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस क्या कर सकती है? उपर से आदेश अगर आएगा कि आपको हिंसा नहीं रोकनी है, लॉ एंड ऑर्डर ठीक नहीं करना है, तो वो बिचारे क्या करेंगे. अगर नहीं मानेंगे तो सस्पेंड हो जाएंगे.
सीएम केजरीवाल का यह इशारा जेएनयू और जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय में हाल में हुई हिंसा में पुलिस की भूमिका की तरफ था. ऐसा पहली बार नहीं है जब केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस के समर्थन में कुछ कहा हो, इससे पहले भी केजरीवाल ने दिल्ली समर्थन करते हुए कहा था कि अगर दिल्ली की पुलिस अगर उन्हें दे दी जाए तो परिणाम लाकर दिखा देंगे. ठीक उसी तरह जैसे दिल्ली से 49 दिनों में भ्रष्टाचार खत्म किया था. बता दें कि दिल्ली के JNU विवाद के बाद से दिल्ली पुलिस की कर्रवाई पर उंगली उठ रही है. ऐसे में सीएम केजरीवाल का इस तरह से बयान देना साफ करता है कि इसे मुद्दा बनाकर जनता की बीच शह और मात का खेलेंगे. यह भी पढ़ें:- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: 8 फरवरी को होगा मतदान और 11 को आएंगे नतीजे, जानें इस इलेक्शन से जुड़ी सभी बड़ी बातें.
Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal: Delhi Police kya kar sakti hai? Oopar se aadesh agar aayega ki aapko hinsa nahi rokni, law and order theek nahi karna hai to vo bichare kya karenge? Agar nahi manenge to suspend ho jayenge pic.twitter.com/HfZQKtxY13
— ANI (@ANI) January 9, 2020
गौरतलब हो कि सीएम केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि आम आदमी पार्टी (AAP) चुनावों के लिए तैयार है. दिल्ली विधानसभा चुनाव हम अपने विकास कार्यों के आधार पर लड़ेंगे. दिल्ली के लोगों ने सरकारी स्कूलों और अस्पतालों के ढांचे में सुधार को लेकर मतदान का निश्चय किया है. दिल्ली की जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि आपको लगता है कि पिछले पांच सालों में हमने बेहतर काम किया है तो आप हमें (आप) वोट दें. काम नहीं किया तो वोट न दें.