दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: दिल्ली में होने वाली विधासभा चुनाव की तारीख पक्की हो गई. इस बार का विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होगा. वहीं चुनाव के परिणाम 12 मार्च को आएगा. दिल्ली में जीत के लिए बिगुल बज चूका है. एक तरफ जहां सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी अपने जीत को दोहराने के मूड से मैदान में उतरी है, वहीं बीजेपी ने दिल्ली को फतेह करने का इरादा कर रखा है. इन दिनों के बीच कांग्रेस भी इसी मंशा के मैदान में किस्मत आजमाने में जुटी है. दिल्ली की जनता को लुभाने का दौर भी अपने चरम पर है, बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने वादों की झड़ी लगानी शुरू कर दी है. इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जो जनता से सीधे जुड़ता है. जिसमें दिल्ली में महिलाओं का फ्री सफर, बिजली के बिल से राहत देते हुए केजरीवाल की सरकार ने 200 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल कर रहे दिल्ली के उपभोक्ताओं को बिजली बिल के रूप में कोई भुगतान नहीं करने का तोहफा दे दिया है. केजरीवाल की सरकार ने वहीं पानी के दरो में कटौती कर चुके हैं. मैरिज सर्टिफिकेट, बजले निवास का पता, जाति प्रमाण सहित सभी दस्तावेज अब आपके घर पर ही बनाने की सुविधा दे चुके हैं.
वहीं अनाधिकृत कॉलोनियों की रजिस्ट्री और कच्चे मकान के बदले पक्के मकान देने का वादा खुद अमित शाह ने दिल्ली के जनता से की है. इसके साथ ही दिल्ली को प्रदुषण मुक्त बनाने पर कहा कि साइकिल ट्रैक अमल में आने के बाद सूबे में 20 फीसदी प्रदूषण कम हो जाएगा. इसके साथ ही अपनी एक रैली में अमित शाह ने केजरीवाल सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि मोदी जी जो आयुष्मान भारत योजना लाए हैं, केजरीवाल जी अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण उसका लाभ गरीब को मिलने नहीं दे रहे हैं. इसका जवाब इस चुनाव में गरीब जनता आपसे मांगने वाली है.
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अरविंद केजरीवाल हैं दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री के रूप में 14 फरवरी 2015 को शपथ ग्रहण किया था. यह दूसरी बार था जब दिल्ली में सीएम के रूप में अरविंद केजरीवाल ने शपथ लिया था. इससे पहले 28 दिसम्बर 2013 में पहली बार CM बने केजरीवालदिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लिया था. लेकिन सिर्फ 49 दिन के बाद उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से 14 फरवरी 2014 को इस्तिफा देकर उन्होंने कांग्रेस से खुद को अलग कर लिया था. जिसके बाद दिल्ली में दोबारा चुनाव हुआ और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में फरवरी 2015 के चुनावों में उनकी पार्टी ने 70 में से रिकॉर्ड 67 सीटें जीत कर भारी बहुमत हासिल किया. उसके बाद शपथ लिया.
दिल्ली विधानसभा में हैं कुल 70 सीटें
देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. मौजूदा समय में केजरीवाल की पार्टी AAP के पाले में 62 सीटें हैं. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के पास 4 सीट और 4 सीटें रिक्त हैं. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल साल 2015 से शुरू हुआ और 22 फरवरी 2020 तक रहेगा.
दिल्ली विधान सभा चुनाव 2015 का परिणाम
दिल्ली विधानसभा 2015 के नतीजों पर नजर डालें तो आम आदमी पार्टी ने चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते 67 पर जीत दर्ज की थी. वहीं मोदी लहर के बाद भी बीजेपी महज 3 सीटों पर सिमट गई. इसके साथ लगातार दिल्ली में लहराने वाला कांग्रेस का परचम उतर गया और सूपड़ा साफ हो गया. साल 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को चुनाव में कुल 54.3 फीसद वोट मिले. वहीं बीजेपी को 32.2 फीसद वोट मिले थे. 6 फरवरी 2015 को दिल्ली विधानसभा के वोटिंग हुई. 10 फरवरी को जब इसके नतीजे घोषित हुए थे.