दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: बीजेपी और आप को टक्कर दे सकती है मायावती की BSP, सपा का मैदान में उतरना मुश्किल
BSP अध्यक्ष मायावती (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली:- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) में जीत के लिए बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. एक तरफ केजरीवाल सरकार अपने किए हुए काम को लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी नए वादों के साथ मैदान में जीत हासिली करने के उद्देश्य से उतरी है. लेकिन बीजेपी-आम आम आदमी पार्टी के अलावा मैदान में कांग्रेस भी है. लेकिन इन पार्टियों के बाद इस बार दिल्ली के मैदान में जेडीयू ने भी हुंकार भर दिया है. तो दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने भी मैदान में उतर सकती है. खबरों की माने तो बीएसपी दिल्ली की 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार सकती हैं. दिल्ली पर मायावती की नजर इसलिए भी है क्योंकि यहां दलित वोटर्स की संख्या सबसे अधिक है. जिसमें सबसे अधिक वो हैं जो अन्य राज्यों से आकर दिल्ली में बसे हैं.

बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के आने से पहले बीएसपी दिल्ली के चुनावों में प्रमुख गेम चेंजर के रूप में देखी जाती थी. लेकिन आम आदमी पार्टी के आने के बाद बीएसपी को लिए राह आसान नहीं रही. गौर हो कि साल 2008 में दिल्ली की विधानसभा में दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं इसी के साथ समाजवादी पार्टी इस बार के चुनाव से दुरी बना सकती है. खबरों के मुताबिक सपा ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि बीजेपी के विरोध में खड़ी पार्टियों का वोट न बंटे. फिलहाल अभी तक सपा की तरफ से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है. यह भी पढ़ें:- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: क्या मनोज तिवारी को इलेक्शन कमीशन के ऐलान से पहले ही पता थी 'चुनाव की तारीख', वीडियो आया सामने.

सीवोटर के एग्जिट पोल में केजरीवाल का पलड़ा भारी

बता दें कि दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) फिर से सत्ता में वापसी करने को तैयार है। यह जानकारी आईएएनएस-सीवोटर चुनाव सर्वेक्षण से सामने आई है. दिल्ली विधानसभा के चुनाव यदि आज होते हैं तो आप को 59 सीटें मिलेंगी, वहीं भाजपा को आठ सीटें मिलेंगी, कांग्रेस को तीन सीटें मिलने का अनुमान है, सर्वेक्षण के अनुमान के मुताबिक, आप को 64 सीटें तक मिल सकती हैं, दो दशक बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए जोर लगा रही बीजेपी को तीन से 13 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस को शून्य से छह सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी को मतदान होंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी। पिछली बार आप ने 67 सीटें हासिल की थी.