नई दिल्ली: देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस (Congress) में सियासी घमासान मचा हुआ है. इस बीच सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूएम) की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है. सीडब्ल्यूएम में पार्टी के नेतृत्व को लेकर बड़ा फैसला लिया जाने वाला है. साथ ही अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पद छोड़ने के अपने निर्णय की घोषणा कर सकती है. हालांकि इस मामले पर कांग्रेस दो खेमे में बंट गई है. सीडब्ल्यूसी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से होगी.
कांग्रेस में रविवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक से ठीक एक दिन पहले तब नया सियासी बवंडर खड़ा हो गया जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से एक पत्र लिखा गया. विगत दो दिनों में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए 35,843 कार्यकर्ता: बीजेपी
नेतृत्व के मुद्दे पर पार्टी मतभेद साफ नजर आ रहे है. हालांकि, इस पत्र की खबर सामने आने के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ एवं युवा नेताओं ने सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में भरोसा जताया और इस बात पर जोर दिया कि गांधी-नेहरू परिवार ही पार्टी को एकजुट रख सकता है.
जम्मू और कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राहुल गांधी को अगले पार्टी अध्यक्ष बनने के लिए समर्थन दिया। pic.twitter.com/HJ2JYgTrFO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 24, 2020
कांग्रेस की कई प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों और सांसदों ने भी सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उनके और राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया है. कुछ खबरों में कहा गया कि इस बैठक में सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर सकती हैं। हालांकि कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से इससे इनकार किया है.
गौरतलब है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद समेत 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में सामूहिक नेतृत्व की जरूरत पर जोर देते हुए कहा है कि कांग्रेस को पूर्णकालिक अध्यक्ष मिलना चाहिए जो जमीन पर सक्रिय हो तथा कांग्रेस मुख्यालय एवं प्रदेश कांग्रेस कमिटियों के मुख्यालय में भी उपलब्ध हो.