मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की कमलनाथ (Kamal Nath) सरकार ने नामदेव त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा (Computer Baba) को ‘मां नर्मदा, मां क्षिप्रा एवं मां मंदाकिनी नदी न्यास’ का अध्यक्ष नियुक्त किया है. चुनाव आयोग की तरफ से रविवार को हुए 2019 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के कार्यक्रम की घोषणा से पहले कमलनाथ सरकार ने 8 मार्च को कम्प्यूटर बाबा को नदी न्यास का अध्यक्ष नियुक्त करने का आदेश जारी किया था. इससे पहले अप्रैल 2018 में मध्यप्रदेश की तत्कालीन शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कम्प्यूटर बाबा को राज्य मंत्री का दर्जा दे दिया था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था.
हालांकि अक्टूबर 2018 में कम्प्यूटर बाबा ने आरोप लगाते हुए इस दर्जे से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि इस सरकार ने संत समुदाय से "वादाखिलाफी" की है. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अधार्मिक बताते हुए पार्टी के विरोध में प्रचार करना शुरू कर दिया था. यह भी पढ़ें- गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण: सुप्रीम कोर्ट फिलहाल मामले को संविधान पीठ को सौंपने के बारे में कोई आदेश देने के पक्ष में नहीं
मध्यप्रदेश में पिछले 15 साल तक सत्ता में रही बीजेपी के खिलाफ संतों को लामबंद करने के अभियान का आगाज करते हुए कम्प्यूटर बाबा ने शिवराज सिंह चौहान की सरकार को 'धर्म विरोधी' करार दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि शिवराज सरकार ने गायों के संरक्षण के लिए भी कुछ नहीं किया.