कैप्टन और भाजपा का प्रेम :कैप्टन के सहारे सिद्धू और गांधी परिवार को घेरने का भाजपा को मिला मौका
कांग्रेस और बीजेपी का चुनाव चिन्ह (File Photo)

नई दिल्ली, 24 सितम्बर: अकाली दल के साथ छोड़ने के बाद से ही भाजपा पंजाब में लगातार एक ऐसे मुद्दों की तलाश में लगी हुई थी जिसके सहारे प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरा जा सके. कांग्रेस की उठापटक ने भाजपा को यह मौका दे दिया. भाजपा को सबसे बड़ा मौका पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ही दे दिया. इसलिए पिछले कई सालों से कैप्टन पर राजनीतिक हमला करने वाली भाजपा ने अब उनके बयानों के तीरों के सहारे ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस आलाकमान ( गांधी परिवार ) पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. यह भी पढ़े: Punjab State Cabinet Expansion: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिल्ली में शीर्ष कांग्रेसी नेताओं से चर्चा की

आईएएनएस के साथ खास बातचीत करते हुए हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब प्रभारी दुष्यंत गौतम ने भी कैप्टन के बयानों का हवाला देते हुए पाकिस्तान के साथ सिद्धू की दोस्ती को लेकर सवाल उठाया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर तो कैप्टन के बयानों के बारे सीधे गांधी परिवार ( सोनिया-राहुल और प्रियंका गांधी ) की चुप्पी पर सवाल उठा चुके हैं. भाजपा के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी हो या सरदार आर पी सिंह या पंजाब भाजपा के अध्यक्ष, ये तमाम नेता कैप्टन के बयानों के सहारे कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते नजर आते हैं. भाजपा अब पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को राष्ट्रवादी मुख्यमंत्री बता कर उन्हें हटाने को लेकर कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साध रही है. भाजपा के इस कैप्टन प्रेम को लेकर कई राजनीतिक सवाल भी खड़े हो रहे हैं. यह भी पूछा जा रहा है कि एक पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री के बयानों के आधार पर भाजपा उन नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साध रही है, जो एक जमाने में भाजपा के सांसद हुआ करते थे.

आईएएनएस से बातचीत करते हुए एक भाजपा नेता ने बताया, "जहां तक कैप्टन से प्रेम करने का सवाल है भाजपा हर उस नेता के साथ खड़ी है जो देश से प्रेम करता है और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना चाहता है. "उन्होंने याद दिलाया कि "अतीत में पीएम नरेंद्र मोदी भी यह कह चुके हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को न तो कांग्रेस अपना मुख्यमंत्री मानती है और न ही कैप्टन अपने आपको कांग्रेसी मुख्यमंत्री मानते हैं. सर्जिकल स्ट्राइक समेत आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ केंद्र सरकार ने जितनी बार भी सख्त कदम उठाया , हर बार कांग्रेस आलाकमान से अलग रूख रखते हुए कैप्टन ने केंद्र सरकार का समर्थन ही किया था. "दरअसल, राष्ट्रवाद, सीमा सुरक्षा, आतंकवाद और पाकिस्तान - ये तमाम मुद्दें भाजपा के कोर मुद्दें माने जाते हैं और कैप्टन के बयानों से भाजपा के तरकश के इन्ही तीरों को धार मिल रही है और भाजपा इस मौके को चूकना नहीं चाहती. हालांकि, भाजपा के इस कैप्टन प्रेम की राजनीतिक परिणति क्या होगी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि राजनीति में हर व्यक्ति के लिए कई दरवाजे खुले होते हैं लेकिन पहले कैप्टन साहब खुद तो खुल कर सामने आए.