Union Budget 2020: केंद्रीय वित्तमंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को संसद में साल 2020 के लिए आम बजट (Budget 2020) पेश किया. उन्होंने वित्त मंत्री के तौर पर दूसरी बार बजट पेश किया. बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने दीर्घकालिक प्रभाव वाले कई सुधारों की घोषणा की, जिनका मकसद लघु, मध्यम और दीर्घ अवधि के उपायों के जरिए इंडियन इकोनॉमी (Indian Economy) को ऊर्जावान बनाना है. बजट पेश करते समय निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह बजट महत्वाकांक्षी भारत, हमारा संरक्षित समाज और सबके लिए आर्थिक विकास जैसे तीन विषयों पर केंद्रित है. बजट की सराहना करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने निर्मला सीतारमण और उनकी टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा कि इस बजट में विजन और एक्शन दोनों है.
वहीं इस बजट को लेकर डीएमक (DMK) के अध्यक्ष एमके स्टालिन (MK Stalin) ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. चेन्नई में रविवार को एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बजट 2020 में गरीब, पिछड़े और बेरोजगार लोगों के लिए कुछ भी नहीं है, बल्कि बजट अमीरों की रियायत के लिए पढ़ा गया था. इस बजट में गरीबों और दलितों के कल्याण या बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिए कुछ भी नहीं है. यह भी पढ़ें: Union Budget 2020: पीएम मोदी ने चौतरफा विकास वाले बजट के लिए निर्मला सीतारमण की तारीफ की, बोले ‘इसमें विजन भी और एक्शन भी’
DMK President MK Stalin in Chennai: #Budget2020 does not have anything for poor&backward people, rather it was like a statement read out for concession for the rich. It has nothing for the welfare of poor&downtrodden or to resolve the problem of unemployment. pic.twitter.com/Z3Q5phoai8
— ANI (@ANI) February 2, 2020
एक ओर जहां निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट की सराहना की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष बजट को लेकर केंद्र पर हमलावर भी हो रहा है. गौरतलब है कि मंदी के बीच घट रहे रोजगार की चिंताओं को दूर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस दशक के पहले बजट में एग्रीकल्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्सटाइल और टेक्नोलॉजी जैसे रोजगार देने वाले प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया है. इससे रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन विपक्ष इस बजट की आलोचना कर रहा है.