बेंगलुरु: हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया. विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने से पहले ही येदियुरप्पा ने त्यागपत्र दे दिया. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद शनिवार को आयोजित बहुमत परीक्षण के दौरान येदियुरप्पा बहुमत के लिए आवश्यक सदस्यों की संख्या नहीं जुटा सके. इस्तीफा देने से पहले येदियुरप्पा ने एक भावुक भाषण दिया. भाषण में उन्होंने पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का शुक्रिया अदा किया और कहा कि वे फिर जनता के बीच जाएंगे और लोकसभा चुनाव में सभी 28 सीट जीतने की कोशिश करेंगे.
अपने भाषण में येदियुरप्पा ने कहा, "जनता ने हमें बहुमत दिया अगर ऐसा करती तो सूबे में स्थिति बदल जाती, दूसरी तस्वीर होती. राज्य को ईमानदार नेताओं की जरुरत है. मैं दोबारा जीत के आऊंगा. हम 150 से ज्यादा सीटें जीतेंगे. राज्य के हर क्षेत्र में जाऊंगा और जीतकर आऊंगा. राज्य में जल्द चुनाव होगा."
उन्होंने यह भी कहा कि, "पिछली सरकार के दौर में हजारों किसानो ने अपनी जान दी. मैं जब तक जिन्दा हूं तब तक किसानों के हित के काम करता रहूंगा." सदन में भाषण ख़त्म कर येदियुरप्पा सीधे राजभवन गए और राज्यपाल को अपना इस्तीफा दिया.
ज्ञात हो कि कर्नाटक में 222 सीटोंके लिए चुनाव हुए थे. बीजेपी के पास 104 विधायक थे जबकि पोस्ट पोल अलायंस का दावा कर रही कांग्रेस-जेडीएस अन्य विधायकों को मिलाकर 118 विधायकों के समर्थन का दावा कर रही थी. बहरहाल, अब देखना दिलचस्प होगा की राज्यपाल कुमारस्वामी को सरकार बनाने के लिए कब निमंत्रण देते हैं.