बिहार (Bihar) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले ही महागठबंधन (Mahagathbandhan) में दरार पड़ गई है. ज्ञात हो कि बिहार में लोकसभा की एक और विधानसभा की पांच सीटों के लिए 21 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले होने वाले इस उपचुनाव को 'सेमीफाइनल' के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल, महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) प्रमुख जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने भागलपुर (Bhagalpur) जिले की नाथनगर सीट (Nathnagar Seat) पर अपनी दावेदारी पेश की थी. मांझी ने कहा था कि उनकी पार्टी निश्चित रूप से नाथनगर सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी.
इस बीच, मांझी की दावेदारी के बावजूद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने नाथनगर सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. आरजेडी ने राबिया खातून को नाथनगर सीट से अपना कैंडिडेट घोषित किया है. बता दें कि यह सीट जेडीयू के मौजूदा विधायक अजय मंडल के लोकसभा के लिए निर्विचित हो जाने के कारण खाली हुई है. यह भी पढ़ें- बिहार में अगले महीने होने वाले उपचुनाव से तय होगा BJP-JDU गठबंधन का भविष्य! ये है वजह.
नाथनगर सीट पर आरजेडी द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने के बाद महागठबंधन का विवाद अब सतह पर आ गया है. जीतन राम मांझी इस प्रकरण से काफी नाराज हैं. आरजेडी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के बीच दूरियां बढ़ती दिख रही है. बता दें कि महागठबंधन में अभी आरजेडी, कांग्रेस, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर), पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी और बॉलीवुड सेट डिजाइनर से नेता बने मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी शामिल हैं.