Bihar Assembly Elections 2020: बिहार का मुकाबला है बेहद रोचक, सीएम पद की रेस में नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और चिराग पासवान समेत ये नेता हैं मैदान में
सीएम की रेस में हैं ये नेता (Photo Credits: Facebook/Instagram)

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) के लिए अब सिर्फ एक हफ्ते का समय बचा है. बिहार पहला राज्य है जहां कोरोना महामारी के दौर में चुनाव होने जा रहे हैं. इस चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले पंद्रह साल के कार्यकाल के सामने महागठबंधन है, इसके अलावा एलजेपी अकेले मैदान में खड़ी है और अन्य कई गठबंधन भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. बिहार में यह मुकाबला कड़ा होने वाला है, एक ओर जहां सीएम नीतीश कुमार सात निश्चय पार्ट 2 के साथ फिर से जीत के लिए जोर लगा रहे हैं तो वहीं तेजस्वी यादव महागठबंधन के साथ जीत का दांव ठोक रहे हैं. इस रेस में लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान भी सीएम नीतीश के खिलाफ युवा बिहारी की सोच के साथ डटे हुए हैं.

इस चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री बनने के साथ मुख्यमंत्री पद के छह उम्मीदवार हैं. इस चुनाव में कई युवा नेता सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के सामने हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं तो वहीं आरजेडी नेतृत्व वाले महागठबंधन में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) सीएम कैंडिडेट हैं. इसके अलावा चिराग पासवान और पुष्पम प्रिया चौधरी भी मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं. यहां हम आपको बिहार चुनाव के छह सीएम उम्मीदवारों के बारे में बता रहे हैं. Bihar Assembly Elections 2020: प्रतिष्ठा की जंग लड़ रहे बिहार के दो दिग्गज नेता, एक तो रहे हैं मुख्यमंत्री.

नीतीश कुमार

बिहार के वर्तमान सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) विधानसभा चुनाव 2020 के लिए एनडीए के मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं. उनकी पार्टी जेडीयू बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. नीतीश कुमार इससे पहले चार बार बिहार के सीएम के रूप में कार्य कर चुके हैं और पांचवी बार भी शपथ लेने के लिए तैयार हैं. उनका लंबा संसदीय करियर है. वह पहली बार 1985 में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए और मार्च 2000 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने, हालांकि उस समय उनका कार्यकाल केवल सात दिनों तक चला, लेकिन इसके बाद नीतीश कुमार ने वापसी की और एक लंबे समय से वे बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं.

तेजस्वी यादव

आरजेडी के तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पांच राजनीतिक दलों-आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई (एम) और सीपीआई के महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार हैं. तेजस्वी यादव ने पहली बार विधानसभा चुनाव 2015 में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उन्होंने उप मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है, उस समय उनकी पार्टी जेडीयू के साथ गठबंधन में थी. दोनों पार्टियों के विभाजन के बाद उन्होंने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में भी काम किया. तेजस्वी यादव भले राजनीति में नए हैं लेकिन उनके पिता लालू प्रसाद यादव बिहार के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं.

पप्पू यादव

पप्पू यादव (Pappu Yadav) प्रगतिशील जनतांत्रिक गठबंधन के सीएम उम्मीदवार हैं. आजाद समाज पार्टी, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया, बहुजन मुक्ति पार्टी और मुस्लिम आरक्षण मोर्चा इस गठबंधन की अगुवाई वाली पार्टियां हैं. पप्पू यादव पहली बार 1990 में सिंहेश्वर से निर्दलीय विधायक चुने गए थे. उन्होंने पांच बार सांसद के रूप में कार्य किया है और 2015 में लोकसभा में सर्वश्रेष्ठ सांसद के रूप में चुने गए. उन्होंने उसी वर्ष जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) का गठन किया.

उपेंद्र कुशवाहा

उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर अलायंस का सीएम चेहरा हैं. यह AIMIM, BSP, समाजवादी पार्टी डेमोक्रेटिक और डेमोक्रेटिक पार्टी (समाजवादी) से मिलकर बना गठबंधन है, जिसका नेतृत्व RLSP कर रही है. उपेंद्र कुशवाहा का 20 साल का लंबा राजनीतिक करियर है. कुशवाहा पहली बार 2000 में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे. वह 2014 में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री बने. उन्होंने बिहार विधानसभा में उप नेता और विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया है.

चिराग पासवान

लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) अपने अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है. चिराग पासवान 2014 से लोकसभा के सदस्य हैं. एलजेपी इस चुनाव में अकेले 143 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. चिराग पासवान ने अपनी पार्टी को एनडीए से अलग कर लिया है उन्होंने कहा कि वे नीतीश कुमार के खिलाफ हैं लेकिन बीजेपी के साथ हैं. चिराग पासवान ने एक ओर जहां जेडीयू के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है वहीं दूसरी तरफ वे बीजेपी उम्मीदवारों के लिए जनता से वोट की अपील कर रहे हैं.

पुष्पम प्रिया चौधरी

पुष्पम प्रिया चौधरी (Pushpam Priya Choudhary) भी बिहार सीएम पद की रेस में हैं. वह प्लुरल्स पार्टी का चेहरा हैं. इस पार्टी का गताहन उन्होंने खुद मार्च 2020 में किया था. यह राजनीति में उनका पहला कार्यकाल होगा. पुष्पम प्रिया चौधरी के पिता विनोद चौधरी ने बिहार में विधान परिषद के रूप में काम किया था. पुष्पम प्रिया चौधरी की वेबसाइट के अनुसार, उन्होंने लंदन में पढ़ाई की है.

बिहार चुनाव 28 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच तीन चरणों में आयोजित किए जाएंगे. परिणाम 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. बहरहाल, सभी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सत्ता के शिखर पर पहुंचने के लिए चुनावी मैदान में खूब पसीना बहा रहे हैं लेकिन जनता किसके नाम पर मुहर लगाती है, यह 10 नवंबर को ही पता चलेगा जब चुनाव परिणाम आएंगे.