मध्य प्रदेश में सीएम कमलनाथ के ओसीडी और अन्य करीबियों के ठिकानों पर पिछले करीब 30 घंटो से आयकर विभाग की रेड जारी है. आईटी विभाग ने रविवार तड़के सीएम कमलनाथ के ओसीडी प्रवीण कक्कड़ और अन्य करीबियों के भोपाल और इंदौर स्थित आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की. आयकर विभाग के करीब 300 अधिकारियों की टीम ने रविवार तड़के तीन बजे दिल्ली और मध्य प्रदेश में 52 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की और 10 से 14 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी बरामद की. छापेमारी में बरामद जेवरों की कीमत का हिसाब लगाया जा चुका है. रविवार को शुरू हुई यह कार्रवाई सोमवार को भी जारी रह सकती है. हालांकि फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
आयकर विभाग की टीम ने भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा बिल्डिंग की छठी मंजिल (कक्कड़ के निजी दफ्तर है) और नादिर कॉलोनी स्थित आवास पर छापा मारा. इसके अलावा इंदौर के योजना 74 के आवास, विजयनगर स्थित कार्यालय, डीसीएम हाइट्स के कार्यालय सहित अन्य स्थानों पर छापे मारे गए. अधिकारियों ने बताया कि 281 करोड़ रुपये के बेहिसाब लेनदेन से जुड़े दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है और उनमें से कई को जब्त कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि छापेमारी वाली कुछ जगहों से महंगी शराब की बोतलें, आग्नेय अस्त्र भी बरामद किए गए.
Bhopal: I-T raid still underway at the residence of Ashwin Sharma, associate of Praveen Kakkar (OSD to Madhya Pradesh CM). #MadhyaPradesh pic.twitter.com/ZEWDfze2j3
— ANI (@ANI) April 8, 2019
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आयकर विभाग की टीम ने भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा में ही चौथी मंजिल पर एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) चलाने वाले अश्विनी शर्मा के यहां भी छापा मारा. रविवार देर रात अश्विन शर्मा के दफ्तर से दो लोगों को दो बैग लेकर निकलते देखा गया. इस बाबत इन लोगों से बैग से जुड़े सवाल भी पूछे गए लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया. मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग के कुछ अधिकारी अभी भी आर के मिगलानी के घर के अंदर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की जांच कर रहे हैं. वहीं आयकर विभाग इससे पहले आरके मिगलानी की गाड़ियों से भी कुछ दस्तावेज बरामद कर चुका है.
IT की रेड पर सियासी बयानबाजी
कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग की इस छापेमारी को लेकर सियासी बयानबाजी भी चालू हो गई है. सीएम कमलनाथ का कहना है कि संवैधानिक संस्थाओं का किस तरह व किन लोगों के खिलाफ और कैसे इस्तेमाल ये लोग पिछले पांच वर्षो में करते आए हैं. कमलनाथ ने कहा कि ''जब इनके पास विकास पर अपने काम पर कुछ कहने को बोलने को नहीं बचता है तो ये विरोधियों के खिलाफ इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं. इस तरह की कार्रवाई जानबूझकर चुनाव में लाभ लेने के लिए की जाने लगी है.'' कमलनाथ ने कहा कि सारी स्थिति स्पष्ट होने पर ही इस पर कुछ कहना उचित होगा
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ''मध्य प्रदेश शांति का टापू है लेकिन उसे संविधान को ध्वस्त करने के लिए संघर्ष का अखाड़ा बना दिया गया है. आदर्श आचार संहिता लागू है, किसके निर्देश पर पुलिस वहां गई? भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास हम सफल नहीं होने देंगे.''