बीजेपी और जेडीयू में तकरार की खबरों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सोमवार को लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) प्रमुख रामविलास पासवान की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए. इस इफ्तार पार्टी में रामविलास पासवान के एक तरफ जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार और दूसरी तरफ बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम सुशील कुमार बैठे थे. इस इफ्तार पार्टी में बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन और बीजेपी नेता रामकृपाल भी मौजूद थे.
इससे पहले रविवार को जेडीयू ने इफ्तार पार्टी दी थी जिसमें बीजेपी के नेता शामिल नहीं हुए थे. जब उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इफ्तार पार्टी दी तब जेडीयू के नेता शामिल नहीं हुए थे. जिसके बाद खबरें आने लगी कि बिहार में एनडीए गठबंधन के बीच कुछ खट-पट है.
इससे पहले नीतीश कुमार ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल में आठ मंत्रियों को शामिल कर मंत्रिमंडल का विस्तार किया. उसमें सभी जेडीयू के नेता थे और बीजेपी का कोई नेता इसमें शामिल नहीं था. सियासी गलियारों में चर्चा थी कि दोनों पार्टियो सब कुछ ठीक नहीं है.
जेडीयू और बीजेपी के बीच ऑल इज वेल: नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने जेडीयू और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक होने और इसको लेकर कोई गलतफहमी मन में नहीं रखने की बात करते हुए कहा था कि मंत्रिमंडल में जेडीयू के कोटे से मंत्रियों की संख्या पहले से 5 कम थी और लोकसभा चुनाव में तीन मंत्रियों के सांसद चुने जाने के बाद अब यह संख्या बढ़कर 8 हो गई थी. उन्होंने कहा था कि विभागों की संख्या अधिक और मंत्रियों की संख्या कम रहने तथा आसन्न बिहार विधानमंडल के सत्र को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जेडीयू मोदी सरकार में शामिल नहीं होगी. कैबिनेट मंत्री पद भी नहीं लेगी. इसके दो दिन बाद ही बिहार में नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया, जिसमें बीजेपी के एक भी विधायक को शामिल नहीं किया गया. इन सब राजनीतिक उठापठक से बिहार में सियासी हलचल मची हुई थी. बीजेपी-जेडीयू के बीच दरार की खबरें आने लगी थी. हालांकि अब रामविलास पासवान और नीतीश कुमार ने इन सब पर विराम लगा दिया है.