प्रयागराज, 10 सितंबर: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad) ने भी अपना समर्थन दिया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि सच की आवाज को दबाने के लिए उद्धव ठाकरे सरकार ने रनौत के कार्यालय पर बुलडोजर चलवाकर बदले की भावना से कार्रवाई की है. महंत नरेन्द्र गिरी ने जारी अपने बयान में कहा कि कंगना रनौत बहादुर और हिम्मत वाली बेटी है, जिन्होंने बॉलीवुड के माफि याओं और ड्रग माफि याओं के रैकेट का भंडाफोड़ किया है.
उन्होंने निडर होकर बॉलीवुड में एक विशेष समुदाय के वर्चस्व के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई है. इससे न केवल बॉलीवुड के माफि या डर गए हैं, बल्कि सरकार के भी कदम उखड़ रहे हैं. इसी कारण बदले की भावना से उनके उपर कार्रवाई की गयी है.
हालांकि महाराष्ट्र हाईकोर्ट ने कंगना को बड़ी राहत देते हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगाई है. लेकिन सुशांत सिंह मर्डर केस में जिस बहादुरी से कंगना रानावत ने ड्रग और बॉलीवुड माफि याओं का सामना किया, उससे लोगों में बौखलाहट है.
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की हालत बेहद खराब है. पालघर में दो साधुओं की हुई हत्या के मामले में भी महाराष्ट्र सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा है क्या अखाड़ा परिषद ने पालघर मामले में भी सीबीआई जांच की मांग की है. महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि कंगना की इस लड़ाई में साधु-संत और पूरा देश उनके साथ है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को कंगना रनौत को सुरक्षा देने के लिए धन्यवाद दिया है.