
शिलांग: मेघालय पुलिस 23 मई को सोहरा (चेरापूंजी) के पास हुई इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी है. अब पुलिस मंगलवार, 18 जून को सभी पांचों आरोपियों को घटनास्थल वाई सॉडोंग फॉल्स पर ले जाकर क्राइम सीन रीक्रिएट (Crime Scene Recreation) करने की तैयारी कर रही है. इस प्रक्रिया का मकसद हत्या के दिन की गतिविधियों को दोबारा समझना और आरोपियों की भूमिका को स्पष्ट करना है. क्राइम सीन रीक्रिएशन से पुलिस को उम्मीद है कि घटना के क्रम, हथियार का प्रयोग, और आरोपियों की भागीदारी की सटीक जानकारी मिलेगी.
जांच को मजबूत बनाने के लिए यह एक जरूरी कदम माना जा रहा है, जिससे अदालत में पुख्ता चार्जशीट दाखिल की जा सके.
Raja Raghuvanshi Murder: राजा रघुवंशी के मर्डर में इस्तेमाल हथियार बरामद, सामने आई तस्वीर.
सबूत जुटाने में जुटी पुलिस
मेघालय की डीजीपी आई नोंगरांग ने बताया कि जांच अभी अंतिम चरण में नहीं पहुंची है, क्योंकि आरोपियों द्वारा दिए गए बयान आपस में मेल नहीं खा रहे हैं. पुलिस इन बयानों की सामंजस्यता जांचने में लगी है और घटना की टाइमलाइन तैयार कर रही है.
डीजीपी के अनुसार, हत्या के पीछे लव ट्राएंगल का मुख्य कारण होना तो तय माना जा रहा है, लेकिन पुलिस अन्य संभावित कारणों की भी जांच कर रही है. सभी आरोपियों की पुलिस हिरासत मंगलवार को समाप्त हो रही है और संभावना है कि पुलिस हिरासत बढ़ाने की मांग करेगी.
मेघालय ट्रेकिंग के दौरान दिखे थे सोनम और राजा रघुवंशी, हत्या के कुछ घंटो पहले का Video आया सामने.
कौन-कौन हैं आरोपी?
- सोनम रघुवंशी (मृतक की पत्नी)
- राज कुशवाहा (सोनम का कथित प्रेमी)
- आकाश राजपूत
- विशाल सिंह चौहान
- आनंद कुर्मी
राज कुशवाहा ने ही कथित रूप से अपने दोस्तों को इस हत्या में शामिल किया और ₹50,000 खर्च के रूप में दिए थे.
कैसे खुला हत्या का राज?
राजा रघुवंशी और सोनम 23 मई को सोहरा घूमने निकले थे और उसी दिन से लापता हो गए थे. 24 मई को उनका स्कूटर मिला और परिवार ने गुमशुदगी दर्ज करवाई. राजा का शव 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला था. वहीं, सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. इस हत्याकांड में सोनम, उसके कथित प्रेमी राज कुशवाह, विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
10 जून को सभी को शिलॉन्ग लाया गया और अगले दिन अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 8 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया.