नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के तीन दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों का मुद्दा उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने भविष्य में ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्होंने पीएम एंथनी अल्बनीज से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले का मुद्दा उठाया है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों पर भी चर्चा हुई है. पीएम मोदी ने सिडनी में किया बड़ा ऐलान- भारतीय समुदाय की मांग पर ब्रिसबेन में खोला जाएगा भारत का एक नया वाणिज्य दूतावास.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के सौहार्द्रपूर्ण रिश्तों को कोई भी तत्व अपने विचारों अथवा एक्शन से आघात पहुंचाए ये हमें स्वीकार्य नहीं है. प्रधानमंत्री अल्बानीज ने इस संदर्भ में जो कदम उठाए हैं इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने मुझे एक बार फिर आश्वस्त किया है. वे ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त एक्शन लेते रहेंगे.
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#WATCH ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर होने वाले हमलों और अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों के संबंध में हमने पहले भी बात की थी और आज भी बात की है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के सौहार्दपूर्ण रिश्तों को कोई भी तत्व अपने विचारों या एक्शन से आघात पहुंचाए ये हमें स्वीकार्य नहीं है: प्रधानमंत्री… pic.twitter.com/CczGpiGqQQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2023
ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी उग्रवाद के कई मामले सामने आ चुके हैं. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में भारतीय झंडे जलाए गए और यहां तक कि एक हिंदू मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई. इससे पहले, मार्च में अपनी भारत यात्रा के दौरान अल्बनीज ने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया धार्मिक इमारतों में होने वाली किसी भी अतिवादी कार्रवाई और हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा, और हिंदू मंदिरों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई के लिए कोई जगह नहीं है.
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर पर 4 मार्च को हमला हुआ था. यहां खालिस्तानी अलगाववादियों ने हमले के साथ मंदिर की दीवारों पर आपत्तिजनक पेंटिंग भी की.. यह हमला तब हुआ जब सुबह लोग मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे.
इससे पहले 29 जनवरी को खालिस्तान समर्थकों ने मेलबर्न में खालिस्तान के लिए जनमत संग्रह करवाने की घोषणा की थी. जब भारतीयों ने इसका विरोध किया था. तो खालिस्तानी समर्थकों ने हिंसा की थी. 17 जनवरी को मेलबर्न के स्वामीनारायण मंदिर पर हमला किया गया था. मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए थे.