PM Modi Launches 3 Param Rudra Supercomputers: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 3 परम रुद्र सुपर कंप्यूटिंग सिस्टम और जलवायु के लिए एक उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग सिस्टम का उद्घाटन किया. ये 3 सुपर कंप्यूटर दिल्ली, पुणे और कोलकाता में लगाए गए हैं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज लॉन्च किए गए तीन सुपर कंप्यूटर भौतिकी से लेकर पृथ्वी विज्ञान और ब्रह्मांड विज्ञान तक के उन्नत अनुसंधान में मदद करेंगे. ये वो क्षेत्र हैं जिनमें आज का विज्ञान और प्रौद्योगिकी जगत भविष्य की दुनिया की ओर देख रहा है.
''आज डिजिटल क्रांति के इस युग में कंप्यूटिंग क्षमता राष्ट्रीय क्षमता का पर्याय बन रही है. ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जो सीधे तौर पर प्रौद्योगिकी और कंप्यूटिंग क्षमता पर निर्भर न हो. इंडस्ट्री 4.0 में भारत की सफलता का यही सबसे बड़ा आधार है.''
पीएम मोदी ने 3 परम रुद्र सुपर कंप्यूटिंग सिस्टम का किया उद्घाटन
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi says, "Today is a day of great achievement for India in the world of science and technology. Today is also a reflection of how 21st century India is moving ahead by giving priority to science, technology and research. Our scientists… https://t.co/tHdZlNuOOz pic.twitter.com/j4hU9mVvYn
— ANI (@ANI) September 26, 2024
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दुनिया में भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि का दिन है. आज का दिन इस बात का भी प्रतिबिंब है कि 21वीं सदी का भारत किस तरह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ रहा है. आज भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी शक्ति बन गया है. दूसरे देशों ने अरबों डॉलर खर्च करके जो सफलता हासिल की, हमारे वैज्ञानिकों ने सीमित संसाधनों में वही कर दिखाया है. इसी जुनून के साथ भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है. इसी संकल्प के साथ भारत अब मिशन गगनयान की तैयारी कर रहा है. भारत का मिशन गगनयान सिर्फ अंतरिक्ष में पहुंचने का मिशन नहीं है बल्कि हमारे वैज्ञानिक सपनों की अनंत ऊंचाइयों को छूने का भी मिशन है.
''भारत ने 2035 तक अपना स्पेस स्टेशन बनाने का लक्ष्य रखा है. कुछ दिन पहले ही सरकार ने इसके पहले चरण को मंजूरी दी है. आज सेमीकंडक्टर भी विकास का एक जरूरी तत्व बन गया है. भारत सरकार ने इस दिशा में भारत सेमीकंडक्टर मिशन जैसा महत्वपूर्ण अभियान भी शुरू किया है. इतने कम समय में ही हमें इसके सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं. भारत अपना खुद का सेमीकंडक्टर इको-सिस्टम तैयार कर रहा है, जो वैश्विक सप्लाई चेन का अहम हिस्सा होगा."