नई दिल्ली: आम जनता को आने वाले दिनों में बड़ी राहत की उम्मीद है. कोरोना के कहर से कच्चे तेल का बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) के प्रति बैरल भाव में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. बाजार के जानकारों की माने तो कच्चे तेल (Crude Oil) के दाम में अभी और गिरावट होने के आसार है, जिसका सीधा फायदा देश की जनता को महंगाई में राहत के साथ मिल सकता है.
अंतर्राष्ट्ररीय बाजार में तेल के दाम को लेकर छिड़ी जंग के कारण सोमवार को कीमतों में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई, जो कि 1991 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है. साथ ही कोरोना वायरस के चलते वैश्विक मांग के कमजोर होने के कारण कच्चे तेल के दाम में नरमी आ रही है. इसके चलते लगातार पांचवें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम गिरे. तेल विपणन के कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में आज 23-25 पैसे, जबकि और डीजल के दाम में 25-26 पैसे प्रति लीटर की कटौती की. पेट्रोल-डीजल के दाम पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कही ये बड़ी बात
अंतर्राष्ट्रीय वायादा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के मई अनुबंध में पिछले सत्र से 26.51 फीसदी की गिरावट के साथ 33.27 डॉलर पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले दाम 31.27 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा. न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अप्रैल डिलीवरी अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के अनुबंध में 28.44 फीसदी की गिरावट के साथ 29.54 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 27.34 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा था.
पिछले महीने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जनवरी, 2020 में कच्चे तेल का उत्पादन 2696.77 टीएमटी का हुआ, जो तय लक्ष्य से 12.48 फीसदी कम था. जो कि पिछले वर्ष की समान अवधि (जनवरी, 2019 ) में हुए उत्पादन के मुकाबले 5.30 फीसदी कम है. वहीं, अप्रैल–जनवरी, 2019-20 के दौरान कच्चे तेल का कुल उत्पादन 27072.34 टीएमटी का हुआ, जो तय लक्ष्य से 6.70 फीसदी कम है और पिछले वर्ष की समान अवधि में हुए उत्पादन के मुकाबले 5.95 फीसदी कम है.
इस बीच इंडियन ऑयल फर्म जल्द ही पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधनों में बड़ी कटौती की घोषणा कर सकते है. बाजार के जानकार बताते हैं कि ऐसा होने पर लोगों को महंगाई से बड़ी राहत मिल सकती है. बीपीसीएल, इंडियन ऑयल और एचपीसीएल ने कच्चे तेल की कीमतों में कमी के कारण अपने स्टॉक को 13 फीसदी तक बढ़ा लिया है. (एजेंसी इनपुट के साथ)