जासूसी की गतिविधियों में लिप्त पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों आबिद हुसैन आबिद और मोहम्मद ताहिर वापस उनके वतन भेज दिया गया. भारत सरकार ने उन्हें 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का निर्देश दिया था. दोनों पाकिस्तानी जासूसों को अटारी बोर्डर से उन्हें भेज दिया गया है. दोनों आबिद हुसैन आबिद और मोहम्मद ताहिर को रविवार को जासूसी करते हुए पकड़ा गया था. मिल्रिटी इंटेलिजेंस (एमआई) के एक ऑपरेशन में पाया गया कि दोनों आबिद हुसैन आबिद और मोहम्मद ताहिर ने खुद को भारतीय सेना के क्लर्क के रूप बताकर एक जवान से भारतीय सीमा पर तैनात आर्मी की टुकड़ी की तैनाती के बारे में जानकारी इकट्ठा करना चाहते थे. लेकिन उनका यह मंसूबा कामयाब नहीं हो पाया और उन्हें पकड़ लिया गया.
बता दें कि विदेश मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में रविवार रात कहा गया था कि नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायोग के दो अधिकारियों को जासूसी गतिविधियों में लिप्त होने के लिए गिरफ्तार किया गया है. वहीं बेपर्दा होने के बाद हर बार की तरह एक बार फिर पाकिस्तान ने अपनी कारस्तानी को छिपाने की भरसक कोशिश की. इस मसले पर पाकिस्तान ने हालांकि हमेशा की तरह भारत को आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
ANI का ट्वीट:-
Punjab: 2 officials of High Commission of Pakistan in Delhi who were apprehended y'day for indulging in espionage activities, left for Pakistan from Attari-Wagah border. They were declared as persona-non grata by the Govt & were asked to leave the country within 24 hours. pic.twitter.com/0AUsyf9oPM
— ANI (@ANI) June 1, 2020
गौरतलब हो कि पाकिस्तान कई बार अपने जासूसों के माध्यम से सेना की भेद को जानने की कोशिश करता रहा है. लेकिन उसके हर मंसूबों पर पानी फिरता गया. पिछले महीने ही जम्मू एवं कश्मीर मिल्रिटी इंटेलिजेंस और मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने पाकिस्तान के सबसे बड़े उस जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था. जो लद्दाख में भारतीय सुरक्षा बलों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहा था. यह जासूसी नेटवर्क अवैध वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) एक्सचेंज का इस्तेमाल करता था.