नई दिल्ली: पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) झुठला रहा है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ नहीं है. लेकिन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के चार या पांच आतंकियों द्वारा विस्तृत अभियान चलाए जाने के सबूत मिलने को लेकर दावा दिया है. इसमें आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार और स्थानीय हैंडलर भी शामिल है. वहीं आतंकी हमले में इस्तेमाल की गई मारुती ईको मालिक के बारे में कहा जा रहा है कार मालिक का भी पहचान कर ली गई है.
खबरों की माने तो ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई कार कश्मीर में लगभग 8 साल पहले पंजीकृत हुआ था. मालिक को इस बात की जानकारी थी कि उसके वाहन का इस्तेमाल आतंकी समूह कर रहे हैं. वहीं इस घटना के बाद से कार मालिक भी फरार है. लेकिन उसकी पहचान हो चुकी है. एनआईए के एक जांच अधिकारी के अनुसार इस हमले के पीछे पाकिस्तानी पदचिह्न स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं. यह भी पढ़े: पुलवामा आतंकी हमला: सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका पर सुनवाई आज, अलगाववादियों और स्थानीय लोगों की जांच कराने की मांग
हमले को लेकर जांच एजेंसी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हमले के पीछे मौजूद पाक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ( जेईएम) को आरडीएक्स (RDX) खरीदने में सफलता कैसे मिली. हमले की जांच कर रहे जांचकर्ताओं का मानना है कि विस्फोटक सीमापार से आए हैं. जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया. वहीं एनआईए को आतंकी आदिल अहमद डार के बारे में पता चला है कि वह पिछले साल मार्च महीने से में गायब होने के बाद से ही जेईएम की यूनिट में सक्रिय हो गया था. यह भी पढ़े: पुलवामा आतंकी हमला: इमरान खान को राम गोपाल वर्मा का करारा जवाब, पूछा- अगर डायलॉगबाजी से मसले हल होते तो 3 शादी क्यों की?
सीआरपीएफ को पसंद नहीं करता था: आदिल
जांच में आतंकी आदिल के बारे में जो मामूम पड़ा है. उसके मुताबिक वह खासतौर से सीआरपीएफ (CRPF) को पसंद नहीं करता था क्योंकि सुरक्षा बलों ने पिछले साल मई या फिर जून महीने के अंत में आदिल डार के काकापोरा घर को कथित तौर पर आग आग लगाने की कोशिश की थी. उस समय स्थानीय न्यूज एजेंसी जीएनएस ने जेईएम के प्रवक्ता के हवाले से कहा था, 'सरकारी बलों ने रात के अंधेरे में हमारे एक सहयोगी आदिल अहमद डार उर्फ वकस के पुलवामा स्थित काकापोरा गुंडीबाग के घर में आग लगाने का शर्मनाक प्रयास किया.
आदिल अहमद को जैश ने बरगलाया: जांचकर्ता
जीएनएस के अनुसार प्रवक्ता ने चेतावनी देते हुए कहा था कि जम्मू कश्मीर में स्थित हर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा और उनमें आग लगाई जाएगी. जांचकर्ताओं का मानना है कि स्थानीय जैश हैंडलर ने इस घटना के बाद डार को बरगलाया होगा और उसे यह कदम उठाने के लिए तैयार किया होगा. बता दें कि जमू- कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को कायराना तरीके से पाकिस्तान आतंकी संगठन द्वारा आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे.