D-Company के निशाने पर बड़े नेता, पूरे देश को बम धमाकों से दहलाने की साजिश रच रहा दाऊद इब्राहिम
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Photo Credit : Twitter)

नई दिल्ली, 19 जनवरी: एनआईए (NIA) को पता चला है कि अंडरवर्ल्ड डॉन (Underworld Don) दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) अपनी हाल ही में गठित स्पेशल यूनिट के जरिए पूरे भारत में आतंकी गतिविधियां (Terrorist Activities) फैला रहा है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भाई इकबाल कासकर गिरफ्तार, मनी लॉन्ड्रिंग का है आरोप

इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने के बाद 7 फरवरी को जांच एजेंसी ने दाऊद इब्राहिम और अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.

एनआईए को पता चला है कि दिल्ली और मुंबई (Mumbai) में रहने वाले शीर्ष राजनेता और व्यवसायी डी-कंपनी (D-company) के रडार पर हैं. उसने अपने आदमियों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाई. उनका मुख्य इरादा पूरे भारत में बम विस्फोट ऑपरेशन (Bomb blast in India) को अंजाम देना था.

हाल ही में गृह मंत्रालय ने एनआईए को डी-कंपनी के मामलों को देखने और गहन जांच शुरू करने की मंजूरी दी थी. एनआईए के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि एनआईए द्वारा दर्ज प्राथमिकी में दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के नाम का उल्लेख किया गया था.

दाऊद काफी लंबे समय से पूरे भारत में आतंकी गतिविधियां फैला रहा था. उन्होंने कहा कि उन्होंने हवाला चैनलों के माध्यम से उन लोगों की आर्थिक मदद की है जो पूरे भारत में अशांति पैदा करने के लिए उनके इशारे पर काम कर रहे हैं.

एजेंसियां डी-कंपनी की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं और पाया है कि हाल के दिनों में उन्होंने दंगा जैसी स्थिति पैदा करने के लिए पूरे भारत में लोगों की भर्ती की है. वे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं और विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश भी कर रहे हैं.

इससे पहले, भारत भर में हुई कई राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में दाऊद के शामिल होने के संबंध में एनआईए के साथ बहुत सारी जानकारी साझा की गई थी. जांच एजेंसी को पता चला कि दाऊद भारत में लोगों की भर्ती कर रहा था और दंगा जैसी स्थिति पैदा करने के लिए आर्थिक और तार्किक रूप से उनकी मदद कर रहा था.

संचार के लिए डी-कंपनी द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा रहा था. एनआईए ने उनमें से कुछ को इंटरसेप्ट किया था और पता चला था कि कैसे एक गहरी साजिश रची जा रही थी. एनआईए ने उपलब्ध सामग्री के आधार पर दाऊद एंड डी कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.