
बेंगलुरु, 10 जून: एक चौंकाने वाले घटना में बेंगलुरु पुलिस ने 17 वर्षीय लड़की की नृशंस हत्या के सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसका शव 21 मई को चंदपुरा में रेलवे ट्रैक के पास एक सूटकेस में भरा हुआ मिला था. शादी के झूठे बहाने से बिहार से बहला-फुसलाकर लाई गई नाबालिग पीड़िता की कथित तौर पर तब हत्या कर दी, जब उसने मुख्य आरोपी के यौन संबंधों का विरोध किया. जांचकर्ताओं ने खुलासा किया कि मुख्य आरोपी ने उस पर बीयर की बोतल से हमला किया और फिर जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो उसका गला घोंटकर हत्या कर दी. अपराध को छिपाने और पुलिस को गुमराह करने के प्रयास में आरोपी ने आत्महत्या की कहानी गढ़ी और उसके शव को फेंक दिया. यह भी पढ़ें: Raja Raghuvanshi Murder Updates: राजा रघुवंशी के पिता बोले, ‘‘तड़प-तड़पकर मरा है मेरा बेटा, सभी दोषियों को मिले मौत की सजा’’
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य आरोपी, कचनायकनहल्ली का एक फैक्ट्री कर्मचारी आशिक कुमार ने नाबालिग पीड़िता को यह विश्वास दिलाया था कि वह अपनी पत्नी को तलाक देगा और उससे शादी करेगा, यहां तक कि उसने उसके लिए एक अलग घर बनाने का वादा भी किया था. उसके आश्वासन पर विश्वास करके लड़की 18 मई को उसके साथ बेंगलुरु आ गई. हालांकि, वहां पहुंचने पर कुमार उसे अपने एक रिश्तेदार के घर ले गया, जहां उसने उसे जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया. जब उसने विरोध किया, तो स्थिति हिंसक हो गई, जिसके कारण उस पर क्रूर हमला किया गया और उसकी हत्या कर दी.
पीड़िता की हत्या करने के बाद, कुमार ने कथित तौर पर घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की. उसने अपने रिश्तेदार मुकेश कुमार और अन्य लोगों को बुलाया और दावा किया कि नाबालिग ने खुद को फांसी लगा ली है और वह शोर सुनकर घर में घुस गया था. हालांकि, उसी इमारत में रहने वाले घर के मालिक को शोर सुनकर शक हुआ और उसने घटनास्थल पर मौजूद सभी लोगों की तस्वीरें ले लीं. ये तस्वीरें बाद में जांच के दौरान अहम सबूत बन गईं.
इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता के शव को एक सूटकेस में भरकर एक टैक्सी किराए पर ली और 21 मई को अनेकल के पास एक रेलवे पुल के पास फेंक दिया. मामले में सफलता तब मिली जब मृतक की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसके बाद उसके माता-पिता ने बिहार में पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद, बेंगलुरु पुलिस ने एक नाबालिग सहित सभी आठ संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया और मुख्य आरोपी पर हत्या का आरोप लगाया, जबकि अन्य पर अपराध में सहायता करने और सबूत नष्ट करने का प्रयास करने से संबंधित आरोप हैं.