लखनऊ: कश्मीरी पंडितों के घाटी से पलायन की कहानी कहती फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. जिसका फायदा साइबर ठग भी उठाने की कोशिश कर रहे है. पुलिस ने नई रिलीज हुई इस फिल्म को मुफ्त में दिखाने के दावे वाले संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करने की अपील की है, जो सोशल मीडिया और व्हाट्सएप (WhatsApp) पर शेयर किये जा रहे है. फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने को उत्सुक हूं: धनखड़
नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह (Ranvijay Singh) ने कहा कि व्हाट्सएप पर भेजे गए मैलवेयर (Malware) पर क्लिक करने से फोन हैक हो सकता है और मोबाइल नंबर से जुड़े बैंक खाते खाली हो सकते हैं. हालांकि सिंह ने कहा, "यहां अभी तक कोई विशेष मामला नहीं है जिसमें इस फिल्म के नाम का इस्तेमाल किया गया हो, लेकिन लोगों के फोन को हैक करने या पैसे की धोखाधड़ी के लिए इस तरह के तरीके का इस्तेमाल करने के बारे में इनपुट मिले हैं."
पुलिस अधिकारी ने कहा, ऐसे मामले सामने आए हैं जहां भोले-भाले मोबाइल यूजर्स ने व्हाट्सएप पर भेजे गए लिंक पर क्लिक करने के बाद अपनी सेविंग को गंवा दिया. उन्होंने सोशल मीडिया यूजर्स को सलाह दी कि वे अनजान व्यक्तियों द्वारा व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके साथ साझा किए गए लिंक पर क्लिक न करें. परिवार के सदस्यों या परिचितों द्वारा साझा किए गए लिंक को भी जांचने के बाद ही खोलें.
बीते हफ्ते नोएडा पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ एक महिला के खाते से 15 लाख रुपए रुपए निकाले जाने का मामला दर्ज किया. एक अधिकारी ने बताया कि सेक्टर 50 निवासी राजकुमारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि बैंक से लिए ऋण को लौटाने के लिए उन्होंने बैंक के कॉल सेंटर पर फोन किया था, जिसके बाद एक व्यक्ति का फोन आया और उसने खुद को एक निजी बैंक का कर्मचारी बताया. फोन करने वाले आरोपी ने महिला को अपनी बातों में लेकर उनसे एनीडेस्क रिमोट डेस्कटॉप नामक ऐप डाउनलोड करवाया और जैसे ही उन्होंने ऐप डाउनलोड किया साइबर ठग ने उनके खाते से करीब 15 लाख रुपये निकाल लिये.
उल्लेखनीय है कि 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की वीडियो क्लिपिंग और लिंक सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप पर रिलीज होने के बाद से प्रसारित हो रहे हैं.