नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने मंगलवार को कहा कि वह "हेराफेरी और फेक न्यूज" के प्रसार के लिए आईटी अधिनियम के तहत एक FIR दर्ज करेगी. NEET 2020 के एक छात्र मृदुल रावत जो कि एनटीए की ओर जारी की गई नीट 2020 मार्कशीट फेल हो गया था, उसने जब ओएमआरशीट और आंसर की के आधार पर एनटीए के रिजल्ट को चुनौती दी तो पता चला कि वह एसटी कैटगरी में ऑल इंडिया टॉपर है. छात्र ने एक फेक ई-मेल प्राप्त करने का दावा किया जिसमें कहा गया था कि वह 650 अंकों के साथ एसटी श्रेणी में अव्वल था. रिपोर्ट में कहा गया है कि वह वास्तव में एसटी टॉपर था, जबकि एनटीए ने मृदुल को 'फेल' घोषित किया था. यह खबर मीडिया और सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई. हालांकि एनटीए ने इन रिपोर्ट्स का खंडन किया है.
नेशनल टेस्ट एजेंसी (NTA) ने सोशल मीडिया और कुछ समाचार चैनलों पर प्रसारित किए जा रहे फेक और गलत NEET परिणामों की खबरों के लिए एक आधिकारिक बयान जारी किया. बयान में लिखा गया है, "सोशल मीडिया और कुछ न्यूज चैनलों पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि एनटीए द्वारा घोषित परिणाम गलत हैं. एनटीए ने पूरी छानबीन के बाद परिणाम घोषित किया है और सभी को आश्वस्त जाता कि एनटीए द्वारा घोषित परिणाम सही हैं."
एनटीए ने यह भी कहा, कि ऐसे गलत और मनगढ़ंत मामलों को गंभीरता से देखा जाएगा और एनटीए को ऐसे उम्मीदवारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा, जिसमें उनकी उम्मीदवारी को रद्द करना शामिल हैं." NEET Result 2020: बारामुला में सुरक्षा गार्ड के दो जुड़वां बेटों ने नीट 2020 में एक साथ हासिल की सफलता.
एनटीए ने माता-पिता और छात्रों को अनुचित साधनों के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की व्यवस्था के झूठे वादों से सावधान रहने की सलाह दी है. एनटीए ने कहा, "कैंडिडेट्स को एक बार फिर सलाह दी जाती है कि किसी भी बेईमान व्यक्ति / एजेंट / प्रवक्ता के बहकावे में न आएं. फर्जी खबर फैलाने और नेशनल टेस्ट एजेंसी की छवि और प्रतिष्ठा को खराब करने के लिए ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी और दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.