मुंबई स्थित जिन्ना हाऊस (Jinnah House Mumbai) का नाम बदलने की कवायद शुरू हो गई. इस मामले में भाजपा की मुंबई ईकाई के अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा (Mumbai BJP President Prabhat Mangal Pandey) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से मुलाकात कर चर्चा की. इस बैठक के दौरान मुंबई बीजेपी अध्यक्ष मंगल प्रभात ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुंबई स्थित जिन्ना हाउस को दक्षिण एशिया कला और संस्कृति केंद्र में बदलने का अनुरोध किया है.
इस मामले में मंगल प्रभात ने ट्वीट कर जानकारी दी कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से आज दिल्ली में मुलाकात हुई. उन्होंने कहा, मेरे मलबार हिल विधानसभा क्षेत्र में स्थित जिन्ना हाउस को अधिगृहित कर उसमें प्रस्तावित "साउथ एशिया सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर सेंटर" स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करने का निवेदन किया है.
In a meeting with Union Home Minister Amit Shah, Mumbai BJP President Mangal Prabhat Lodha requested him to convert Jinnah House in Mumbai into South Asia Centre for Art and Culture
— ANI (@ANI) July 20, 2021
बता दें कि मालबार हिल स्थित जिन्ना हाउस को अपने 'कायदे-आजम' का घर बताकर पाकिस्तान इस पर अक्सर अपना दावा करता रहा है. पाकिस्तान इसे अपना वाणिज्य दूतावास बनाना चाहता था, लेकिन मालबार हिल के स्थानीय बीजेपी विधायक मंगलप्रभात लोढा बीते 7 साल से जिन्ना हाउस को विभाजन का प्रतीक बताते हुए इसे ढहाकर यहां सांस्कृतिक केंद्र बनाने की मांग कर रहे हैं। मुंबई बीजेपी अध्यक्ष मंगल प्रभात जिन्ना हाउस का मामला राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक के सामने रखा है.
केंद्रीय गृहमंत्री मा श्री @AmitShah जी से आज दिल्ली में मुलाकात हुई। मेरे मलबार हिल विधानसभा क्षेत्र में स्थित जिन्ना हाउस को अधिगृहित कर उसमे प्रस्तावित "साउथ एशिया सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर सेंटर" स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करें, यह निवेदन दिया। pic.twitter.com/D9d3ejlHE0
— Mangal Prabhat Lodha (@MPLodha) July 20, 2021
इसी सिलसिले में मंगल प्रभात ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर जिन्ना हाऊस का नाम बदल यहां प्रस्तावित "साउथ एशिया सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर सेंटर" स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करने का निवेदन किया है.
बता दें कि वर्ष 1936 में मोहम्मद अली जिन्ना ने मुंबई के इस पॉश इलाके में यह इमारत बनवाई थी. इस इमारत को बनवाने में उस वक्त करीब 2 लाख रुपये का खर्चा आया था. तब इस इमारत को साउथ कोर्ट कहा जाता था. यह इमारत 2.5 एकड़ में फैली है और यह इंडो-गोथिक शैली में बनाई गई है.