मुंबई: बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने छठ पूजा के त्योहार को मनाने के लिए अनुमति दी है लेकिन कई शर्तों के साथ दी गई है. बीएमसी ने भक्तों से समुद्र तटों और समुद्र तटों से बचने के लिए कहा है, वहीं बीजेपी ने इन प्रतिबंधों का विरोध किया है. बीएमसी ने संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हूए समुद्र के किनारों पर छठ पूजा (Chhath Puja) के लिए इकठ्ठा होने की अनुमति नहीं दी है. बीएमसी ने भक्तों से अपील की है कि वे कोरोना महामारी के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ से बचने के लिए कृत्रिम तालाबों में पूजा करें. Chhath Puja 2021: कब है छठ पूजा? जानें इसका महत्व तथा नहाय, खाय और खरना का विस्तृत कार्यक्रम!
बीएमसी ने पुलिस से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि समारोहों में भीड़ न हो. बता दें कि मुंबई में कोरोना संक्रमण दिन प्रतिदिन कम होते नजर आ रहा है, लेकिन सरकार कोई लापरवाही नहीं करना चाहती, इसलिए प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं.
BMC ने अपील करते हुए कहा, छठ पूजा के दौरान समुद्र तटों पर देखी जाने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए, सोशल सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं होगा, इसलिए, समुद्र के किनारे छठ पूजा के सामूहिक उत्सव से बचना चाहिए और पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वहां भीड़ न जुटे. इसके अलावा जो संगठन वार्ड स्तर पर अनुमति मांग रहे हैं, वे अपने खर्च पर कृत्रिम तालाबों का निर्माण करें.
बीजेपी पार्षद विनोद मिश्रा ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को बीएमसी के समक्ष उठाया है और मांग की है कि वे समुद्र तटों पर पूजा की अनुमति दें. उन्होंने कहा कि कृत्रिम तालाबों पर बीएमसी का निर्देश अनुचित है क्योंकि समुद्र तटों पर उत्सव की अनुमति अन्य त्योहारों के लिए सीमित तरीके से दी गई थी. छठ पूजा के लिए भी अनुमति देनी चाहिए.
BMC ने कहा कि त्योहार के दौर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. सावधानी के तौर पर समुद्र किनारे छठ पूजा सामहिक आयोजन से परहेज करें. खुले परिसर में पूजा के समय कुल क्षमता का 50 प्रतिशत, लेकिन अधिकतम 200 लोग के शामिल हो सकते हैं. बंद स्थानों पर 50 प्रतिशत यानि केवल 100 लोग ही एक साथ जमा हो सकते है. कृत्रिम तालाबों के पास भीड़ नहीं बढ़ने दें.
इस बार छठ पूजा 10 नवंबर 2021 को मनाया जाएगा. छठ पूजा त्योहार सूर्य देव को समर्पित होता है जो मुख्यरूप से 3 दिनों तक चलता है. छठ पूजा का प्रारंभ 08 नवंबर सोमवार को नहाय खाय से होगा.