Monsoon 2020 Date: देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच एक राहतभरी खबर है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) के 1 जून से 5 जून के बीच केरल (Kerala) के तट पर दस्तक दे सकता है. जबकि 15 जून से 20 जून के बीच देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में मानसून (Monsoon) के पहुंचने की संभावना है. उधर, उत्तर भारत को भीषण गर्मी से 29 मई से राहत मिलनी शुरू होगी. हालांकि देश के अन्य हिस्सों में तपन जारी रहने की उम्मीद जताई गई है.
क्षेत्रीय विशेष मौसम केंद्र के प्रमुख राजेंद्र कुमार जेनामनी (Rajendra Kumar Jenamani) ने सोमवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून के 1 जून से 5 जून के बीच केरल के तट पर पहुंचने की संभावना है. यह 15 जून से 20 जून के बीच मुंबई पहुंच सकता है. कुमार ने आगे कहा कि खुशी की बात ये है 28 से उत्तर भारत में पूर्वी हवाएं चलने वाली है. उसके बाद ग्रीष्म लहर कम होना शुरू हो जाएगी. यानि कि 29 से उत्तरी भारत के इलाकों को राहत मिलेगी और तापमान 40 डिग्री से नीचे जा सकता है. जबकि मध्य भारत, महाराष्ट्र के आंतरिक इलाकों में ग्रीष्म लहर लंबे समय तक जारी रहेगी. Monsoon 2020: सुपर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ से मानसून में देरी की उम्मीद
Southwest monsoon is expected to arrive over Kerala coast between June 1 & June 5 & is likely to reach Mumbai between June 15 & June 20: Rajendra Kumar Jenamani, head of Regional Specialised Meteorological Centre pic.twitter.com/NGMvaDEFI0
— ANI (@ANI) May 25, 2020
उन्होंने बताया कि देश में पिछले दो दिनों में इस वर्ष का उच्चतम तापमान (47.6 डिग्री) दर्ज किया गया है. भारत में राजस्थान,चूरू और पिलानी में देश का सर्वाधिक तापमान 47.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. देश के उत्तरी हिस्सों में तेज हवाएं चलनी शुरू हो जाएंगी और हीटवेव 28 मई से कम होना शुरू हो जाएगी.
Rain accompanied by thunderstorm will start occurring from May 29 due to easterly winds in the northern parts of India & the temperature is expected to go down to 40 degrees Celsius: Rajendra Kumar Jenamani, head of Regional Specialised Meteorological Centre https://t.co/mrn7ANLjoQ
— ANI (@ANI) May 25, 2020
मौसम विभाग ने पहले ही इस साल देश में मानसून सामान्य रहने की भविष्यवाणी की है. हालांकि कुछ दिन पहले ही आईएमडी ने दक्षिण-पश्चिम मानसून के चार दिन देरी से केरल में आने की बात कही थी. केरल में मानसून पहुंचने के साथ ही देश में जून से सितंबर तक के चार महीने लंबे बरसात के मौसम की शुरुआत हो जाती है. सामान्य तौर पर केरल में 1 जून को मानसून पहुंचता है.