Monsoon 2020 Forecast: बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी वर्षा का अनुमान, बाढ़ की मौजूदा स्थिति हो सकती है और खराब- IMD
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: PTI)

नई दिल्ली: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने कहा कि अगले 3-4 दिनों के दौरान कई पूर्वोत्तर राज्यों के साथ बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है. मौसम एजेंसी ने बुधवार, 22 जुलाई को अपने अखिल भारतीय मौसम बुलेटिन में कहा कि बिहार और पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार बारिश से बाढ़ की स्थिति खराब हो सकती है और पूर्वोत्तर राज्यों, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन हो सकता है.

आईएमडी ने कहा, "बिहार और पूर्वोत्तर भारत पर भारी बारिश मौजूदा बाढ़ की स्थिति को बढ़ा सकता है और पूर्वोत्तर राज्यों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन का कारण बन सकता है."

"बिहार, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले 3-4 दिनों में व्यापक रूप से भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से वर्षा की गतिविधियां होने की संभावना है. इसके बाद वर्षा के घटने की संभावना है."

आईएमडी ने अपने मौसम बुलेटिन में कहा, अगले 12 घंटों के दौरान बिहार, विदर्भ, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मेघालय और उत्तर ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से तेज आंधी और बिजली गिरने की संभावना है.

बिहार और असम में भारी वर्षा से बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. सभी प्रमुख नदियां ऊफान पर हैं. बिहार में, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने राज्य में किसी भी घटना के लिए 74 स्थानों पर 85 टीमों को तैनात किया है. गंगा नदी पटना सहित सभी स्थानों पर खतरे के निशान से नीचे बह रही है. वहीं बागमती नदी और कमलाबलन नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.

असम में, बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 84 की मौत के साथ इस साल असम में बाढ़ और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 110 हो गई है. 33 में से 24 जिलों में लगभग 24.20 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. असम में जलप्रलय के अलावा, मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स जिले में बाढ़ से कम से कम पांच लोग मारे गए, जहां पिछले कुछ दिनों के दौरान बाढ़ ने लगभग एक लाख लोगों को प्रभावित किया है.