नई दिल्ली, 6 अप्रैल : इस साल दुनिया के कई प्रमुख देशों में चुनाव हो रहे हैं. इनमें भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका शामिल हैं. माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि चीन के हैकर्स एआई का उपयोग कर इन चुनावों को बाधित करने का प्रयास करेंगे. माइक्रोसाॅॅॅफ्ट के मुताबिक चीनी हैकर्स मीम्स, वीडियो और ऑडियो के जरिए चुनवों को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे.
टेक दिग्गज के अनुसार, चीन मतदाताओं को विभाजित करने के लिए फर्जी सोशल मीडिया खातों का उपयोग कर रहा है. कंपनी ने एक पोस्ट में कहा,"चीन ने दुनिया भर में अपने लक्ष्यों को साधने के लिए एआई-जनित सामग्री का उपयोग बढ़ा दिया है." यह भी पढ़ें : सावधान: आपका फोन है खतरे में है! Android, Chrome और Firefox यूजर्स के लिए सरकार ने जारी कया ‘हाई रिस्क’अल
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) से जुड़े लोगों के भ्रामक सोशल मीडिया खातों ने अमेरिकी मतदाताओं को विभाजित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर विवादास्पद सवाल उठाना शुरू कर दिया है. इस साल जनवरी में ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव में भी चीन से जुड़े साइबर हैकर्स ने एआई-जनित सामग्री का
Microsoft ने चेताया, चीन के हैकर्स AI -जनित सामग्री के साथ भारत के चुनावों को करेंगे बाधित
इस साल दुनिया के कई प्रमुख देशों में चुनाव हो रहे हैं. इनमें भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका शामिल हैं. माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि चीन के हैकर्स एआई का उपयोग कर इन चुनावों को बाधित करने का प्रयास करेंगे.
नई दिल्ली, 6 अप्रैल : इस साल दुनिया के कई प्रमुख देशों में चुनाव हो रहे हैं. इनमें भारत, दक्षिण कोरिया और अमेरिका शामिल हैं. माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि चीन के हैकर्स एआई का उपयोग कर इन चुनावों को बाधित करने का प्रयास करेंगे. माइक्रोसाॅॅॅफ्ट के मुताबिक चीनी हैकर्स मीम्स, वीडियो और ऑडियो के जरिए चुनवों को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे.
टेक दिग्गज के अनुसार, चीन मतदाताओं को विभाजित करने के लिए फर्जी सोशल मीडिया खातों का उपयोग कर रहा है. कंपनी ने एक पोस्ट में कहा,"चीन ने दुनिया भर में अपने लक्ष्यों को साधने के लिए एआई-जनित सामग्री का उपयोग बढ़ा दिया है." यह भी पढ़ें : सावधान: आपका फोन है खतरे में है! Android, Chrome और Firefox यूजर्स के लिए सरकार ने जारी कया ‘हाई रिस्क’अल
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) से जुड़े लोगों के भ्रामक सोशल मीडिया खातों ने अमेरिकी मतदाताओं को विभाजित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर विवादास्पद सवाल उठाना शुरू कर दिया है. इस साल जनवरी में ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव में भी चीन से जुड़े साइबर हैकर्स ने एआई-जनित सामग्री का उपयोग किया था.